रानीखेत (अल्मोड़ा)। छावनी क्षेत्र में लंबे समय से नागरिकों के लिए चली आ रही खेल स्टेडियम की मांग को अब पंख लगने की उम्मीद है। एनसीसी मैदान को स्टेडियम के रूप में विकसित करने की कवायद का पहला चरण शुरू हो गया है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), स्थानीय प्रशासन और छावनी परिषद पूर्व उपाध्यक्षों की देखरेख में एनसीसी मैदान की पैमाइश हुई। साईं के वरिष्ठ कोच सीएस नेगी, छावनी परिषद के ईओ नागेश कुमार पांडेय, संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन, छावनी के नामित सदस्य मोहन नेगी, पूर्व उपाध्यक्ष संजय पंत, हरीश लाल साह और छावनी परिषद के तकनीकी अनुभाग के अधिकारियों ने एनसीसी मैदान का भौतिक निरीक्षण किया और पैमाइश की।
मैदान की लंबाई 107.70 मीटर और चौड़ाई 75.50 मीटर नापी गई तथा पश्चिमी छोर की पहाड़ी पर जो वर्तमान में समतल नहीं है, इस भूमि पर 90 चीड़ के पेड़ पाए गए हैं। इस भूमि की माप करने पर कुल चौड़ाई 126.20 और लंबाई 35.70 मीटर पाई गई। भौतिक निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि मुख्य मैदान फुटबॉल और उसके भीतर 200 मीटर (6 लाइन) का एथलेटिक ट्रैक बनाया जा सकता है। साथ ही उत्तरी और पश्चिमी छोर में दर्शक दीर्घा और पवेलियन में लगभग 200 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो सकती है। मुख्य मैदान के पश्चिमी छोर पर लगभग 60 मीटर दीवार निर्माण जरूरी है। असमतल भूभाग में एक बहुउद्देशीय हॉल जिसमें ताइक्वांडो, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और अन्य इंडोर गेम खेले जा सकते हैं। साथ ही इस भूभाग में खेल सामग्री के भंडारण के लिए भंडार गृह, खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम, टॉयलेट और बाथरूम बनाये जा सकते हैं। सिंचाई विभाग के माध्यम से डीपीआर लगभग तैयार हो गई है। जिसे शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही स्टेडियम निर्माण की कवायद शुरू हो जाएगी।
रानीखेत में खेल स्टेडियम की मांग को पंख लगने की उम्मीद
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