सोमेश्वर (अल्मोड़ा)। शहीद कैप्टन बहादुर सिंह कैड़ा अटल उत्कृष्ट राइंका सलौंज और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लोद में हुई बैठक में कोसी नदी पुनर्जीवन अभियान को जन अभियान बनाने पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि जंगलों के अनियंत्रित और अवैज्ञानिक दोहन से कोसी का जलस्तर घट रहा है। स्वास्थ्य उप केंद्र सूरी ताड़ीखेत के फार्मेसिस्ट गजेंद्र पाठक ने पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि कोसी को जल आपूर्ति करने वाले गाड़ और गधेरों को रिचार्ज करने की जरूरत है। ग्रामीणों की जंगलों पर निर्भरता कम करने के लिए वैकल्पिक कृषि उपकरणों वीएल स्याही हल के प्रयोग पर जोर दिया गया। उन्होंने वनाग्नि को जल स्रोतों और जैव विविधता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। प्रभारी प्रधानाध्यापिका कमला पांडेय, सुनील कुमार चौधरी, कविता नेगी, पूजा देवी ने भी विचार रखे। दोनों स्थानों पर हुई बैठकों में वन दरोगा गोपाल राम आर्या, वन बीट अधिकारी किशोर चंद्र, खुशाल गिरी, नसरीन, मनोज पांडे, सुमन आर्या, नरेंद्र सिंह बोरा, कुंवर पाल आदि थे।
जंगलों के अवैज्ञानिक और अनियंत्रित दोहन से कोसी का जल हो रहा कम
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