रामनगर। कॉर्बेट पार्क की सीमा पर सटे ढेला गांव में अतिक्रमण हटाने गई टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। दिन भर ग्रामीणों ने विरोध किया लेकिन देर शाम मान गए जिस पर वन कर्मियों ने अतिक्रमण को हटा दिया। इस दौरान मौके पर प्रशासन, वन विभाग के अधिकारी व पुलिस बल मौजूद रहा। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा से सटे ढेला गांव के किनारे मुख्य सड़क के आसपास मदन मोहन, भुवन मावड़ी, बब्बू पांडे, दलीप मवाड़ी, राजू मवाड़ी, केसूली देवी, राजू नेगी के मकान है। उनका कहना है कि वह 50 वर्षों से अधिक समय से यहां रह रहे हैं। कॉर्बेट पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी ने बताया कि वन भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए 2018 में नोटिस दिए गए थे। कहा कि यहां बने मकान और दुकान अवैध थे।
ग्रामीण और महिलाओं के उग्र रूप को देखते हुए पार्क वार्डन, एसडीओ कालागढ़ और ढेला रेंजर से महिलाओं से वार्ता की। काफी देर तक समझाने के बाद देर शाम ग्रामीण माने। पार्क वार्डन ने बताया कि ग्रामीणों ने खुद ही मकानों, छतों पर लगी टीन शेड को हटा लिया और खुद ही अपना सारा सामान हटाया। रेंजर के अनुसार ग्रामीणों का सामान वन विभाग ने उनके घरों तक छोड़ा।
महिलाओं ने जेबीसी से नहीं करने दी तोड़फोड़
शनिवार सुबह 11 बजे कॉर्बेट पार्क के वार्डन अमित ग्वासीकोटी, एसडीओ कालागढ़ शालिनी वर्मा, तहसीलदार विपिन चंद्र पंत, नायब तहसीलदार डीसी मिश्रा, कोतवाल अरुण कुमार सैनी, ढेला रेंजर संचिता वर्मा मय फोर्स मौके पर पहुंचे। अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई। महिलाएं लाठी डंडे लेकर जेसीबी के आगे खड़ी हो गईं और जेसीबी से अतिक्रमण हटाने नहीं दिया। स्थिति को देखते हुए जेसीबी को मौके से हटा लिया गया। मौके पर पहुंचे सांसद प्रतिनिधि इंदर रावत का भी ग्रामीणों ने घेराव किया।
अतिक्रमण हटाने गई टीम, ग्रामीणों ने किया विरोध
RELATED ARTICLES