रामनगर (नैनीताल)। खताड़ी चौकी के पीछे बने सरकारी आवास में युवक की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। उसके सिर पर भी कई वार किए गए। हत्यारों ने वारदात का वीडियो भी बनाया। पुलिस ने मामले का खुलासा कर उसके चार दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक शिक्षा विभाग का क्लर्क है। एसएसपी ने पुलिस टीम को पांच हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस के मुताबिक, सेमलखलिया निवासी भास्कर पांडे (26) पुत्र स्व. मोहन चंद्र पांडे आईसीआईसीआई बैंक में लोन एजेंट का काम करता था। सोमवार सुबह करीब दस बजे उसका शव खताड़ी पुलिस चौकी के पीछे बने सरकारी आवास में मिला। सूचना पर सीओ बलजीत सिंह भाकुनी, कोतवाल अरुण कुमार सैनी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस आवास में खंड शिक्षा कार्यालय में कार्यरत क्लर्क अवधेश सिंह जीना पुत्र शिव सिह जीना निवासी नैनीभनार विण जिला पिथौरागढ़ रहता है। अवधेश ने ही पुलिस को सूचना दी थी कि उसके घर में शव पड़ा है। अवधेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी घटना खुलकर सामने आ गई। पुलिस ने अवधेश के साथ ही कौशल चिलवाल पुत्र राजेंद्र सिंह चिलवाल निवासी शांतिकुंज लखनपुर, हर्षित कोहली पुत्र श्याम लाल कोहली निवासी सेवन इलेवन वाली गली भवानीगंज, अभिजीत कश्यप उर्फ अभि पुत्र सुनील कश्यप निवासी हनुमान मंदिर के पास बंबाघेर रामनगर को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी जगदीश चंद्रा ने बताया कि रविवार दोपहर करीब 12 बजे अवधेश ने फोन कर कौशल चिलवाल से पार्टी करने व उसके सरकारी आवास पर मटन लाने के लिए कहा। कौशल वहां पहुंचा तो भास्कर, हर्षित और अभिजीत पहले से मौजूद थे। पांचों शराब व बीयर पीने लगे। पार्टी का दौर देर शाम तक चलता रहा। खाने-पीने के बाद भास्कर पांडे और अवधेश में किसी बात पर बहस हो गई। उसके बाद भास्कर अपने घर जाने लगा, लेकिन नशा अधिक होने की वजह से वह जा नहीं पाया। उसके बाद अवधेश, हर्षित और अभिजीत फिर बाजार से शराब खरीद लाए। इस बीच भास्कर पांडे अवधेश से अपनी स्कूटी की चाबी मांगने लगा और घर जाने की जिद करने लगा। इसी बात को लेकर दोनो में फिर बहस हो गयी और वे एक-दूसरे को गाली देने लगे। अवधेश ने कौशल और हर्षित से भास्कर को पीटने के लिए कहा। दोनों उसे पीटने लगे तो हर्षित का कड़ा भास्कर के सिर में लग गया जिससे खून निकलने लगा। अभिजीत ने भास्कर के सिर पर हल्दी लगाकर पट्टी बांध दी और उससे इलाज के लिए पूछा तो उसने मना कर दिया। उसके बाद भास्कर को बिस्तर पर सुलाकर कौशल, अभिजीत और हर्षित बाइक से चले गए।
उनके जाने के बाद अवधेश ने उन्हें फोन किया और कहा कि जल्दी आ जाओ नहीं तो भास्कर उसे मार देगा। इस पर वे तीनों वापस अवधेश के आवास पर पहुंचे। वहां अवधेश और भास्कर के बीच गाली-गलौज हो रही थी। भास्कर उन तीनों को भी गालियां देने लगा। फिर चारों मिलकर भास्कर को पीटने लगे और बिजली के तार से भास्कर का गला घोट दिया। हत्या के बाद भास्कर का फोन चिल्किया रामलीला ग्राउंड से मैन हाईवे को जाने वाले रास्ते पर गूल में फेंक दिया और अवधेश दूसरे कमरे में जाकर सो गया। मृतक के भाई उमेश पांडे की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने चारों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तार मय एक्सटेनशन बोर्ड, चमड़े की बेल्ट, आरी, खून से सना गद्दा, तकिया व शराब की खाली बोलतें बरामद बरामद कर ली हैं। सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि हत्याकांड का खुलासा करने पर एसएसपी की ओर से पुलिस टीम को पांच हजार रुपये के ईनाम की घोषणा की।
हत्या करते हुए बनाया वीडियो
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि आरोपियों ने वारदात के दौरान अभिजीत के मोबाइल से वीडियो बनाया। आरोपियों ने तालीबानी ढंग से हत्याकांड को अंजाम दिया। इस तरह हत्याकांड का वीडियो बनाना आरोपियों के बेहद शातिर होने को दर्शाता है। कोतवाल ने बताया कि कौशल चिलवाल पर कोतवाली में मारपीट के 12 मुकदमे दर्ज हैं। रामनगर (नैनीताल)। जिस सरकारी आवास में भास्कर पांडे की हत्या हुई, वहां हर रोज शराब की महफिल सजती थी और दावतें उड़ाई जाती थीं। हत्यारोपियों समेत कई लोगों का वहां आना-जाना लगा रहता था और इतना शोर होता था कि पड़ोसियों ने कई बार पुलिस से शिकायत भी की। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। घटना वाली रात भी काफी शोरगुल हो रहा था। खताड़ी पुलिस चौकी के ठीक पीछे शिक्षा विभाग के सरकारी आवास हैं। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अवधेश जीना की नियुक्ति मृतक आश्रित कोटे से हुई थी। उसे सरकारी आवास मिल गया और उसकी मुलाकात यहां कौशल चिलवाल से हुई। कौशल चिलवाल के जरिये अभि कश्यप, हर्षित कोहली व भास्कर पांडेय से मुलाकात हुई। सरकारी आवास के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि यहां रोजाना दावतें होती थीं। इतना शोरगुल होता था कि रहना मुश्किल हो जाता था। खताड़ी चौकी में शिकायत के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
पुलिस के अनुसार, भास्कर ने किसी कस्टमर का बड़ा लोन पास कराया था। उसी खुशी में उसने पार्टी दी थी। रविवार दोपहर से पार्टी चल रही थी। कमरे में मीट, चावल आदि बना हुआ था। मृतक के भाई उमेश ने बताया कि रविवार रात दस बजे भास्कर ने फोन पर दावत में होने की बात कही थी। हत्या करने के बाद आरोपित फरार हो गए। मृतक के शव के समीप शराब की बोतलें, मटन, चावल, चिप्स आदि पड़े हुए थे। कोतवाल ने बताया कि भास्कर की हत्या करने के बाद अवधेश दूसरे कमरे में जाकर सो गया। अगले दिन घटना से अनजान बनते हुए पुलिस को शव पड़े होने की सूचना दी। भास्कर के घर बड़ा भाई उमेश पांडे, एक बहन और मां है। पिता की निधन हो चुका है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। बताया कि करीब पांच दिन पहले कुछ लड़कों के खिलाफ झगड़ा और मारपीट करने की सूचना पुलिस को दी थी। एक युवक जो भास्कर की हत्या में शामिल है वह भी मारपीट में शामिल था। आरोप है कि पुलिस की ओर से कर्रवाई ना कर उल्टा दोनों पक्षों में समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था। यदि पुलिस चाहती तो आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सकती थी। इधर, कोतवाल ने पूर्व ब्लाक प्रमुख के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि पुलिस को जो पूर्व में तहरीर दी गई थी उस पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई।
सरकारी आवास में युवक का कत्ल, क्लर्क समेत चार गिरफ्तार
RELATED ARTICLES