रुद्रपुर। जिला अस्पताल में नवजात की मौत और फिर सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में प्रसूता की मौत के मामले की जांच कुमाऊं स्वास्थ्य निदेशक डॉ. तारा आर्या के नेतृत्व में शुरू हो गई है। रुद्रपुर जिला अस्पताल में बीते शनिवार को गदरपुर निवासी अधिवक्ता नगमा ने सीजेरियन से शिशु को जन्म दिया था। शिशु को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। परिजनों ने रात के समय अस्पताल में धरना देकर डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। हालत बिगड़ने के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर की गई नगमा की भी मौत हो गई थी।
सोमवार को कुमाऊं स्वास्थ्य निदेशक डॉ. तारा आर्या इस प्रकरण की जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचीं। उनके साथ टीम में प्रभारी सीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक, सीएमएस काशीपुर डॉ. कामेश राणा व चिकित्साधिकारी किच्छा डॉ. कनक लता भी थे। उन्होंने जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिन्हा समेत अन्य डॉक्टरों व स्टाफ के बयान दर्ज कर घटना के बारे में जानकारी जुटाई। दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई जांच शाम साढ़े पांच बजे तक जारी रही। कुमाऊं स्वास्थ्य निदेशक डॉ. आर्या ने बताया कि यह जांच गोपनीय है। जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक के पास भेजी जाएगी। उन्होंने कि जांच में दोषी पाए गए लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नवजात और प्रसूता की मौत की जांच के लिए पहुंचीं स्वास्थ्य निदेशक
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