रोडवेज के 84 कर्मचारी 13 दिन के बाद जबरन सेवानिवृत्त कर दिए जाएंगे। परिवहन निगम ने इन्हें तीन माह का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई भी कर्मचारी खुद रिटायरमेंट लेने नहीं आया। परिवहन निगम ने नौ सितंबर को 84 अक्षम कर्मचारियों को सेवानिवृत्त करने का आदेश जारी किया था। इसी क्रम में 16 सितंबर को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। निगम ने देहरादून, नैनीताल, टनकपुर के मंडल प्रबंधन को आदेश दिया था कि वह अक्षम कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देते हुए जानकारी मुख्यालय को भेजे। इसमें स्पष्ट किया गया था कि एक लिपिक, 69 ड्राईवर, 14 अक्षम कंडक्टर रिटायर किए जाने हैं। क्योंकि वह अपने पद पर काम करने में अक्षम हैं। इन सभी को परिवहन निगम कर्मचारी (अधिकारियों से भिन्न) सेवा नियमावली-2015 के विनियम 37 (क) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा रही है। तीन माह के भीतर सभी कर्मचारियों को कहा गया था कि वह इस दौरान खुद भी रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन अब तक किसी ने भी आवेदन नहीं किया है।
14 कर्मचारी ले चुके हैं वीआरएस
परिवहन निगम के 14 कर्मचारियों ने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली है। निगम अधिकारियों के मुताबिक, इनके सभी देयकों का भुगतान नियमानुसार कर दिया गया है। अक्षम कर्मचारियों को तीन माह का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। 20 दिसंबर के आसपास सभी कर्मचारियों को एक साथ अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दे जाएगी। – दीपक जैन, महाप्रबंधक संचालन एवं तकनीकी, परिवहन निगम
13 दिन बाद रोडवेज से रिटायर हो जाएंगे 84 कर्मचारी, कोई भी कर्मी नहीं स्वयं सेवानिवृत्त होने को तैयार
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