बागेश्वर/गरुड़। जिले में खेतीबाड़ी को नुकसान पहुंचा रहे बंदरों को पकड़ने का अभियान से चल रहा है। वन विभाग की टीम नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर बंदरों को पकड़ने में जुटी है। टीम ने कांडा बाजार में 33 बंदरों को पकड़कर अल्मोड़ा चिड़ियाघर भेज दिया है। लोगों की परेशानी को देखते हुए वन विभाग ने मथुरा से बंदर पकड़ने की टीम बुलाई है। बंदर पकड़ने की टीम और वन विभाग के कर्मचारी मिलकर बंदरों को पकड़ने का कार्य कर रहे हैं। वन दरोगा पूरन सिंह कार्की और वन रक्षक केवलानंद पांडे के नेतृत्व में कांडा पड़ाव क्षेत्र में बंदर पकड़े। रेंजर प्रदीप कांडपाल ने बताया कि पकड़े गए बंदरों का अल्मोड़ा में बधियाकरण कराया जाएगा और उन्हें घने जंगलों में छोड़ दिया जाएगा। संवाद
गरुड़ के नगरीय क्षेत्र के इलाके में बंदरों के आतंक से आम जनता परेशान है। बंदरों को पकड़ने के संबंध में ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग के आला अधिकारियों से कहा। वन रेंजर बागेश्वर श्याम सिंह करायत ने ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से लिया। उन्होंने बंदरों को पकड़ने के लिए मंगलवार को एक टीम गरुड़ गोलू मार्केट भेजी। टीम ने पहले दिन 50 बंदरों को पकड़ा। जाल में फंसे बंदरों को वन विभाग की टीम एक वाहन में अल्मोड़ा चिड़ियाघर ले गई। वन रेंजर करायत ने बताया कि अन्य बंदरों को कुछ दिन बाद पकड़ा जाएगा। सांसद प्रतिनिधि घनश्याम जोशी, देवनाई घाटी विकास मंच के राजेंद्र बोरा, व्यापार संघ के मोहनदा, दिवानसिंह नेगी, प्रेम सिंह नेगी ने वन विभाग की टीम से तहसील क्षेत्र के सभी बंदरों को पकड़ने की मांग की है।
वन विभाग ने कांडा पड़ाव में पकड़े 33 बंदर
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