काशीपुर। हाईकोर्ट ऑफ उत्तराखंड नैनीताल के न्यायमूर्ति शरद शर्मा ने कहा कि कानूनी ज्ञान की ज्योति से अधिवक्ता सुलभ और सस्ते न्याय का रास्ता खोलते हैं। काशीपुर बार एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा में न्यायमूर्ति ने यह बात कही। शनिवार को न्यायमूर्ति शरद शर्मा शनिवार को बार भवन सभागार में काशीपुर बार एसोसिएशन के वार्षिक आम सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता व न्यायिक अधिकारी मिलकर आमजन को न्याय दिलाते हैं। एसोसिएशन ने जो भी मांग रखी है, उन पर विचार कर कार्रवाई की जाएगी। जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रेम सिंह खिमाल ने कहा कि बार और बेंच दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। बार एसोसिएशन अध्यक्ष संजय चौधरी और सचिव प्रदीप चौहान ने कहा कि भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत काशीपुर बार के प्रथम अध्यक्ष रहे।
वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि अधिवक्ता विधिक सहायता देने की वह कुंजी हैं जिसे खोलकर समाज विधिक जानकारी प्राप्त कर न्याय पा सकता है। इस दौरान वर्षभर का लेखा-जोखा पेश किया गया जो कि सर्वसम्मति से पारित किया गया। इससे पूर्व अतिथियों का माल्यार्पण कर, स्मृति चिह्न देकर और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम से पहले न्यायमूर्ति शरद शर्मा ने न्यायालयों का निरीक्षण भी किया। इस मौके पर प्रथम अतिरिक्त जिला जज सुबीर कुमार, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मिथिलेश पांडेय, सीनियर सिविल जज पायल सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट रमेश सिंह, सिविल जज जूनियर डिविजन कल्पना सिंह, बार काउंसिल उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष हरीश नेगी, बार एसोसिएशन उपाध्यक्ष मो. ताजबर अब्बास नकवी, उपसचिव अनिल शर्मा, कोषाध्यक्ष सनत पेगिया, अमरीष अग्रवाल, संजीव कुमार आकाश, सिंधू आकाश, नीरू उपाध्याय, भाष्कर त्यागी, कैलाश सिंह बिष्ट, रहमत अली खान, रामकुंवर चौहान, आनंद रस्तोगी, रक्षित जोशी आदि मौजूद रहे।
पांच एकड़ भूमि का प्रस्ताव भेजने के निर्देश
जसपुर। न्यायमूर्ति ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ न्यायालय भवन निर्माण के लिए भूमि का निरीक्षण किया। जसपुर बार एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बताया कि बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी ने सिडकुल की खाली पड़ी भूमि पर न्यायालय भवन आवासीय भवनों के निर्माण के लिए लगभग तीन एकड़ भूमि का प्रस्ताव बनाकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश को भेजा था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने प्रस्ताव को उच्च न्यायालय को भेजा था। शनिवार को उच्च न्यायालय के ऊधमसिंह नगर के प्रशासनिक जज न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रेम सिंह खिमाल के साथ सिडकुल की खाली पड़ी भूमि का निरीक्षण किया। न्यायमूर्ति ने आगामी 20 वर्षों को ध्यान में रखकर न्यायालय भवन के साथ आवासीय भवन एवं पार्किंग ग्राउंड के लिए जिला जज को कम से कम पांच एकड़ भूमि का प्रस्ताव तथा भौगोलिक परीक्षण करा कर पेयजल की उपलब्धता आदि की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान न्यायिक मजिस्ट्रेट मनोज सिंह राणा, एसडीएम काशीपुर अभय प्रताप सिंह, तहसीलदार पूनम पंत, बार एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष दिनेश शर्मा, सलीम अहमद, मुनेश कुमार, अनिल जोशी, अरविंद चौहान, राजीव चौहान, बाल किशोर सिंह, विजेंद्र चौधरी, रवि चौधरी, महिपाल सिंह, सत्येंद्र सिंह, सुंदर पाल सिंह, देवेंद्र जीत सिंह, मोहम्मद अफजल आदि थे।
कानूनी ज्ञान की ज्योति से सुलभ न्याय का रास्ता खोलते हैं अधिवक्ता : न्यायमूर्ति शर्मा
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