किच्छा। बेटे के साथ पांच माह से मायके में रह रही पत्नी को युवक ने चाकू से गोदकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। ससुरालियों ने दामाद की जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। घायल महिला को सीएचसी से हल्द्वानी रेफर किया गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी पति को पत्नी के चरित्र पर शक था। देर शाम को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मूलरूप से शीशगढ़ बरेली और हाल उत्तरांचल कॉलोनी किच्छा निवासी रिजवान का निकाह चार साल पहले ग्राम गोकुलनगर निवासी मो. सद्दीक मियां की बेटी फरजाना के साथ हुआ था। दोनों का तीन साल का एक बेटा अरशान है। जब निकाह हुआ तो रिजवान का परिवार उत्तमनगर दिल्ली में फल का ठेला लगाकर गुजर बसर करता था जबकि रिजवान बाइक मेकेनिक था। बेटा पैदा होने पर रिजवान यहीं लौट आया था और मछली मंडी में मजदूरी करने लगा। कुछ अर्से से दोनों के संबंध ठीक नहीं थे। रिजवान को फरजाना के चरित्र पर शक था। एक साल पहले फरजाना नाराज होकर मायके चली गई थी तब रिजवान उसे वापस बुला लाया था। फरजाना के परिजनों ने बताया कि रिजवान कुछ नहीं कमाता था और उसे नशे की लत थी। सोमवार सुबह रिजवान अपनी ससुराल गोकुलनगर पहुंचा और वहां पर अकेले कमरे में बैठी फरजाना पर चाकू से हमला कर दिया। फरजाना की चीख सुनकर परिवार के लोग कमरे में पहुंचे और रिजवान से चाकू छीनकर उसकी पिटाई लगाकर उसे बांध दिया। परिजन पुलिस को सूचना देकर खून से लथपथ फरजाना को सीएचसी ले गए। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टर ने उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया लेकिन हल्द्वानी पहुंचने से पहले ही फरजाना ने दम तोड़ दिया। हल्द्वानी में ही महिला के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। इधर पुलिस ने रिजवान के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
बरेली से किच्छा और फिर यहां से दिल्ली बस गया रिजवान परिवार
किच्छा। मूल रूप से शीशगढ़ बरेली के रहने वाले रिजवान के पिता शराफत अली कई साल पहले किच्छा आकर बस गए थे। उनके सात बेटे और तीन बेटियां हैं। कुछ साल पहले वह अपना मकान यहां से बेचकर दिल्ली के उत्तमनगर में बस गए थे। वहां पर वे किराये पर रहते हैं। रिजवान बाइक मेकेनिक था और उत्तमनगर में ही उसकी दुकान थी। उसके सभी भाई दिल्ली में ही फलों का ठेला लगाते हैं। बाद में रिजवान दुकान बंद कर किच्छा आ गया और यहां पर मछली मंडी में मजदूरी करने लगा। रिजवान की नशे की लत से परेशान रह रही फरजाना पहले भी एक बार साल भर अपने बेटे अरशान को लेकर मायके रही लेकिन बाद में लौट आई थी। अब वह पांच माह से फिर मायके में ही रह रही थी। फरजाना के पिता मो. सद्दीक सिडकुल में बस चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। फरजाना की दो बहनों के अलावा तीन भाई भी हैं।
मासूम अरशान सीएचसी में नाना से लिपटा रहा
किच्छा। जब चाकुओं से घायल फरजाना को सीएचसी लाया गया तो उसका बेटा अरशान अपने नाना मो. सद्दीक की गोद में खेल रहा था। मो. सद्दीक ने बताया कि उन्होंने किच्छा निवासी किसी के कहने पर अपनी बेटी का निकाह रिजवान से कर दिया था। निकाह के बाद कुछ समय तक तो सब ठीक चलता रहा लेकिन बाद में रिजवान ने कमाना छोड़ दिया। उन्हें क्या पता था कि जिसके हाथ में बेटी का हाथ दिया था वही उनकी बेटी को मौत के घाट उतार देगा।
अवैध संबंधों का शक और घरेलू तनाव में अपनों के खून से रंगे जा रहे हाथ
रुद्रपुर। सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाने वाले पति.पत्नी के रिश्तों के बीच शक और झगड़ों से उपजने वाला तनाव अपराध को जन्म दे रहा है। इसके चलते लोग अपनों का ही कत्ल करने से गुरेज तक नहीं कर रहे हैं। क्षणिक आवेश में आकर उठाया गया कदम न सिर्फ रिश्तों का खून कर रहा है बल्कि परिवार भी बर्बाद हो रहे हैं। हालांकि बर्दाश्त करने की क्षमता का भी कम होना बड़ी वजह माना जा रहा है। जिले में कुछ सालों में विभिन्न वजहों से उपजे विवाद के बाद पति या पत्नी की हत्या के मामले सामने आए हैं। अधिकतर मामलों में पति ने ही आवेश में आकर पत्नी को मौत के घाट उतारा है। इनमें दहेज के लिए महिलाओं की हत्या के मामले अलग हैं। हत्याओं के पीछे अवैध संबंध और घरेलू कलह का कारण काफी तेजी से उभरकर सामने आ रहा है। घरेलू कलह में भी नशा एक बड़ी वजह बन रहा है। कुछ महीने पहले रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप और भदईपुरा में हुई हत्याओं के पीछे अवैध संबंधों का कारण सामने आया था। कुछ हत्याओं को अंजाम देने के लिए तो पति और पत्नी ने तीसरे शख्स का सहारा भी लिया था। अब किच्छा में हुई हत्या में भी अवैध संबंध का शक वजह सामने आया है। हालांकि सभी मामलों में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
26 अक्तूबर 2022 की रात को ट्रांजिट कैंप के राजा कॉलोनी निवासी राकेश ने पत्नी मीरा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। मीरा एक दिन पहले ही मायके से लौटी थी और इधर राकेश के घर की ही एक महिला से अवैध संबंध थे। इसी वजह से घटना हुई थी। पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया था। आठ अक्तूबर 2022 की रात को ट्रांजिट कैंप के आजाद नगर में किराये पर रहने वाले शिशुपाल ने पत्नी रिंकी को गला घोंटकर मार डाला था। हालांकि बाद में शिशुपाल ने खुद भी आत्महत्या करने का प्रयास किया था लेकिन वह बच गया था। रिंकी के घर वालों ने शिशुपाल पर परिवार की एक महिला से अवैध संबंध होने का आरोप लगाया था। 17 दिसंबर 2022 की रात को तीन साल बाद ससुराल लौटी कमलेश ने रम्पुरा निवासी पति किशन कोली उर्फ टेनी की घर में गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पूछताछ में कमलेश ने टेनी पर रोजाना शराब पीने का आरोप लगाया था और यह उसे नागवार लगता था। 23 सितंबर 2019 को ट्रांजिट कैंप के राजा कॉलोनी में प्रेमपाल ने पत्नी की हत्या कर शव को तीन टुकड़ों में कर दिया था। इसके बाद शव के टुकड़ों को बोरे में भरकर वह फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने प्रेमपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एक मार्च 2021 को भदईपुरा में रिंकू यादव को उसकी पत्नी निशा यादव ने अपने प्रेमी अभिषेक के साथ मिलकर गोली मरवा दी थी। इस मामले में निशा ने पुलिस को काफी गुमराह किया था लेकिन पुलिस ने हफ्ते भर में मामले का खुुलासा कर निशा, अभिषेक सहित पांच आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा था। 10 अक्तूबर 2022 को रुद्रपुर से सटे डिबडिबा में झगड़े के बाद हिस्ट्रीशीटर जगदीप ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने आरोपी को जालंधर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया था।
बेवफाई के शक में पति ने पत्नी को चाकूओं से गोदा, मौत
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