धौलछीना (अल्मोड़ा)। विकासखंड भैंसियाछाना में शुक्रवार को नवसृजित धौलछीना थाने का विधिवत शुभारंभ हो गया है। धौलछीना थाने के अंतर्गत 116 गांवों को शामिल किया गया है। सुशील कुमार यहां के पहले थानाध्यक्ष बने हैं। थाना खुलने के बाद राजस्व पुलिस व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो गई है। नए साल में विकासखंड भैंसियाछाना को थाने की सौगात मिली थी। धौलछीना आईटीआई के खाली पड़े आवासीय भवन में वैकल्पिक रूप से थाने का शुभारंभ किया गया है। लोगों को उम्मीद जगी है कि थाना खुलने से अपराधों में कमी आएगी और कानून, सुरक्षा व्यवस्था पहले से बेहतर होगी। विकासखंड के 11 पटवारी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी अब तक 8 पटवारियों के कंधों पर थी। थाना खुलने के बाद अब यह क्षेत्र रेगुलर पुलिस के पास आ गए हैं। राजस्व पुलिस क्षेत्र में कई बार अपराध होने पर अपराधियों को पकड़ना मुश्किल हो जाता था। एक राजस्व उप निरीक्षक को दो-दो पटवारी क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई थी। गंभीर अपराध से संबंधित मामलों को रेगुलर पुलिस को हस्तांतरित किया जाता था।
नए थाने में स्टाफ
नवसृजित धौलछीना थाने में थानाध्यक्ष के अलावा 10 हेड कांस्टेबल, सात कांस्टेबल, दो महिला कांस्टेबलों की नियुक्ति हुई है। शुक्रवार को सभी ने विधिवत कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
आईटीआई परिसर में थाना खोलने का विरोध
धौलछीना। आईटीआई परिसर में थाना खोलने से ग्रामीण भड़क गए हैं। उन्होंने आईटीआई परिसर में थाना खोलने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे आईटीआई के संचालन में दिक्कतें आ सकती हैं। ग्रामीणों ने मामले में नव नियुक्त थानाध्यक्ष के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा। उन्होंने थाने के लिए शीघ्र भवन निर्माण कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि भविष्य में आईटीआई में ट्रेड बढ़ने के साथ कर्मचारियों की नियुक्ति होने पर उनके लिए आवासीय भवन की कमी हो सकती है। ज्ञापन देने वालों में दीवान सिंह मेहता, गोपाल मेहरा, धन सिंह, गोविंद सिंह, महिपाल सिंह, प्रताप जीना, विनोद मेहरा, विक्रम बोरा, बचे सिंह बोरा, बलवंत बोरा आदि मौजूद थे।
धौलछीना में थाने का हुआ शुभारंभ, राजस्व पुलिस व्यवस्था हुई खत्म
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