रुद्रपुर। सिडकुल की टाटा मोटर्स कंपनी में हंगामे के अंदेशे से दिनभर पुलिस फोर्स तैनात रही। इस दौरान कर्मचारियों से भी धरना-प्रदर्शन को लेकर जानकारी ली गई। खुद एसपी सिटी वहां काफी देर तक यहां जमे रहे। शाम तक कोई प्रदर्शन तो नहीं हुआ लेकिन हंगामे की साजिश रचने का आरोप लगा कंपनी प्रबंधन ने पूर्व में ट्रेनिंग कर चुके आठ युवकों के खिलाफ पंतनगर पुलिस को तहरीर सौंपी है। टाटा मोटर्स गेट पर शुक्रवार को एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ तपेश चंद के साथ ही बड़ी संख्या में पंतनगर और दिनेशपुर थाने का फोर्स अचानक पहुंच गया। इसे देख कर्मचारियों में भी हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि कुछ व्हाट्स एप ग्रुप में धरना-प्रदर्शन की सूचना प्रसारित की गई थी। इसलिए एहतियातन वहां पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। दिनभर पुलिस अधिकारियों के साथ ही खुफिया एजेंसी के लोग कर्मचारियों की टोह लेते रहे लेकिन शाम तक शांति बने रहने से प्रबंधन के साथ ही पुलिसकर्मियों ने भी राहत की सांस ली। सूत्रों के अनुसार वर्ष 2018 में एक श्रमिक की मौत के बाद टाटा कंपनी में जमकर बवाल हुआ था।
ट्रेनी और अप्रेंटिस श्रमिकों ने मांगों के लिए हंगामा, पथराव और तोड़फोड़ की थी। माना जा रहा है कि पांच साल पहले हुई घटना के मद्देनजर पुलिस ने शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन की सूचना भर से ही फोर्स तैनात की थी। एसपी सिटी कत्याल का कहना है कि कंपनी में धरना-प्रदर्शन की सूचना पर एहतियातन फोर्स की तैनाती की गई थी। कंपनी ने एक नामजद और आठ अज्ञात युवकों के खिलाफ हंगामे की साजिश करने की तहरीर सौंपी है। आरोपियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कंपनी के एचआर हेड हेमंत कुमार ने इस मामले में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया।