देहरादून। बीएएमएस की फर्जी डिग्री पर लोगों का इलाज कर रहे चार और फर्जी डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, मामले में फरार हिस्ट्रीशीटर इमलाख के खिलाफ पुलिस लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कराने जा रही है। उस पर इनाम भी घोषित किया जाएगा। पिछले दिनों एसटीएफ ने शहर के दो फर्जी बीएएमएस डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था। उन्हें डिग्री मुहैया कराने वाला मुजफ्फरनगर का एक हिस्ट्रीशीटर भी दबोचा गया था। उसका बड़ा भाई अभी फरार है। जांच के लिए पुलिस की एक टीम भी पिछले दिनों गठित कर दी गई थी। इसकी निगरानी एसपी क्राइम सर्वेश पंवार कर रहे हैं। इसी कड़ी में गिरफ्तार आरोपियों से जेल में पूछताछ की गई थी। जिसमें उन्होंने कई जानकारियां पुलिस को दी थीं। इसी आधार कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए शुक्रवार को पुलिस ने चार और फर्जी डॉक्टरों के गिरफ्तार कर लिया। एसओ नेहरू कॉलोनी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि ये सभी फर्जी डॉक्टर रायपुर क्षेत्र के तुनवाला और रांझावाला में क्लिनिक चला रहे थे।
इनमें कुमार काला और अजय कुमार काला दोनों निवासी रामनगर, शिवलोक कॉलोनी, रायपुर, मनोज सिंह नेगी निवासी पुष्प विहार, अपर तुनवाला, रायपुर और अनुराग नौटियाल निवासी न्यू कॉलोनी रांझावाला, रायपुर शामिल हैं। बता दें कि एसटीएफ ने खुलासा किया था कि प्रदेश में ऐसे 36 फर्जी बीएएमएस डॉक्टर मौजूद हैं। इनके सरकारी सेवाओं में होने का भी अंदेशा है।
हिस्ट्रीशीटर भाइयों की जानकारी ईडी को भेजेगी पुलिस
डिग्रियां मुहैया कराने वाले मुजफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर भाइयों की जानकारी पुलिस ईडी को भी भेजेगी। उनके बैंक खातों में बड़े लेनदेन की जानकारी मिली है। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने करोड़ों की संपत्ति जुटाई है। इनका मुजफ्फरनगर में 100 बीघा से अधिक भूमि पर कॉलेज भी बना हुआ है। बताया जा रहा है कि आरोपी आठ से 10 लाख रुपये में डिग्रियां बेचते हैं। इस पैसे से उन्होंने बहुत सी संपत्तियां बनाई हैं। पुलिस के अनुसार, इन सबकी जांच के लिए अब पुलिस इसकी जानकारी ईडी से साझा कर रही है। जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट ईडी को भेजी जाएगी।
चार और फर्जी बीएएमएस डॉक्टर गिरफ्तार
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