सैनिक कल्याण विभाग में इस्तीफों का दौर चल रहा है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी समेत आठ से ज्यादा अफसर व कर्मचारियों ने हाल ही इस्तीफा दिया है। इस्तीरों के क्रम से विभाग में अफरातफरी मची है। आरोप है कि इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर गलत दस्तावेज बनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। ऐसा नहीं करने पर इन सभी को ट्रांसफर की धमकी दी जा रही थी। इस पूरे प्रकरण में एक मंत्री और उनके कुछ करीबियों का नाम चर्चा में है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत लेफि्टनेंट कर्नल चंद्रवीर सिंह बिष्ट ने शुक्रवार को अचानक इस्तीफा दे दिया। इससे पहले सैनिक कल्याण निदेशालय से तीन कर्मचारियों ने भी हाल ही में इस्तीफा दिया था। क्लर्क रैंक के ये तीनों कर्मचारी थे।
सेवानिवृत लेफि्टनेंट कर्नल चंद्र वीर सिंह बिष्ट से पहले रिटायर्ड कर्नल डी कौशिक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर रहे। उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया। चमोली, हरिद्वार, पौड़ी से भी एक-एक कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सभी पर गलत दस्तावेज बनाने में सहयोग के लिए दबाव बनाया जा रहा था। मना करने के बाद कई को पहाड़ों पर तबादला करने की धमकी दी गई। कुछ अधिकारियों का पहाड़ में ट्रांसफर आदेश भी निकाला गया। जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया।
जल्दी से नहीं मिलती नौकरी, दे रहे इस्तीफा
सरकारी हो या संविदा पर नौकरी पाना आसान नहीं है। नौकरी के लिए हर वर्ग के लोग संघर्ष कर रहे हैं। इधर, अधिकारी व कर्मचारी इस्तीफा दे रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वेच्छा से अभी तक किसी ने भी इस्तीफा नहीं दिया है। सभी को मजबूरन में इस्तीफा देना पड़ा है।
जांच होगी तो खुलेगा पोल
सूत्र ने बताया कि सैनिक कल्याण विभाग के कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूर्व सैनिकों के गलत दस्तावेज बनाने में सहयोग किया है। कईयों के गलत दस्तावेज बनाये गए हैं। अगर इसकी सही से जांच पड़ताल की गई तो कई चौकाने वाले खुलासे होंगे।
अचानक क्यों सैनिक कल्याण विभाग में चला इस्तीफों का दौर, प्रकरण में सामने आया एक मंत्री का नाम
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