चारधाम यात्रा संचालित करने वाली निजी बस मालिकों की संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने इस साल भी शासन से किराया बढ़ाने की सिफारिश की है। इस संबंध में 14 फरवरी को समिति की बैठक है। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।
ट्रांसपोर्ट कंपनी के अध्यक्षों का कहना है कि इस बार चारधाम यात्रा का किराया कम से कम 10 फीसदी तक बढ़ेगा। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि बस का जो चेचिस 18-19 लाख में आता था, वह अब करीब 25 लाख में आ रहा है। बसों के पार्ट्स, मोबिल ऑयल महंगा होने के कारण किराया बढ़ाना पड़ रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल महंगाई बढ़ी है। बसों के पार्ट्स और अन्य आइटम महंगे हुए हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा में बसों का किराया बढ़ाना ट्रांसपोर्टरों की मजबूरी है। 10 फीसदी तक किराया बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। – मनोज ध्यानी, अध्यक्ष यातायात लिमिटेड
इस साल डीजल का दाम नहीं बढ़ा है लेकिन पार्ट्स और टायरों के दाम बढ़े हैं। इस बार 10 से फीसदी किराया बढ़ाने का प्रस्ताव है, लेकिन 10 प्रतिशत तक किराया बढ़ेगा। रोटेशन की बैठक में इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा। – जितेंद्र नेगी, अध्यक्ष, टीजीएमओयू लिमिटेड
पिछली बार चारधाम यात्रा के किराये में बढ़ोतरी की गई थी। इस बार भी अगर किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा। – अरविंद सिंह ह्यांकी, परिवहन सचिव
10 फीसदी तक बढ़ सकता है चारधाम यात्रा का किराया, 14 फरवरी को बैठक में होगा तय
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