कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप में गड्ढा खोदकर सरकारी दवाइयों को दबाने के मामले में बहादराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक और वार्ड बॉय की संलिप्तता सामने आई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कनखल थाने में डा. हेमंत आर्य और वार्ड बॉय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बीते तीन दिन पहले बैरागी कैंप में गंगा किनारे भारी मात्रा में दवाइयां फेंकी गई थी जिन्हें जेसीबी से गड्ढा खोदकर दबा दिया गया था। इस मामले में नगर निगम के जेसीबी चालक का नाम सामने आने पर नगर आयुक्त ने उसे सस्पेंड कर दिया था। जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी ने इस मामले में कमेटी गठित कर दी थी।गुरुवार को पहले विभाग की तरफ से अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई थी। लेकिन, फिर रात में एसीएमओ की तरफ से बहादराबाद सामुदायिक केंद्र में तैनात डा. हेमंत आर्य और वार्ड बॉय अजय कुमार को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया।
बड़ी मात्रा में दवाइयां फेंकी और दबाई गई
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पंकज जैन ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि बैरागी कैम्प में छह फरवरी की रात बड़ी मात्रा में दवाइयां फेंकी और दबाई गई। मौके मिली कुछ दवाइयां एक्सपायर पाई गई हैं। जबकि डेट कुछ की एक्सपायरी वर्ष 2023-24 में होगी। ये दवाईयां सरकारी आपूर्ति की हैं, जो एक्सपायर नहीं हुई थी। इनका उपयोग जनहित में किया जाना था। दवाईयों को नियमानुसार निष्प्रयोज्य किया जाना था। लेकिन नहीं किया गया है। दवाइयों को फेंकने से सरकारी धन की बरबादी हुई है। फेंकी व दबाई गई दवाईयों के बैच का केन्द्रीय औषधि भंडार से मिलान करने पर सामने आया कि अधिकतम दवाइयां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादराबाद निर्गत की गई हैं। प्रारम्भिक जांच केंद्र में तैनात दंत चिकित्सक डा. हेमन्त आर्य और वार्ड ब्वाय अजय कुमार की संलिप्तता सामने आई है। क्योंकि उक्त बैच की दवाइयां अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी निर्गत की गई थी। कनखल थाना प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
तो इसलिए बुलाया था निगम का चालक
आरोपी डा. हेमंत आर्य नगर निगम में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसीलिए उसने निगम के जेसीबी चालक रवि को बुलाकर गड्ढा खुदवाया। चालक चाहकर भी इस काम को मना नहीं कर पाया। क्योंकि वह अधिकारी के आदेश को न मानता तो उस पर कार्रवाई करवा दी जाती। लेकिन, इस काम को करने के बाद भी चालक फंस गया। अधिकारी की इस करतूत की गाज उस पर भी गिरी। क्योंकि गलत काम में उसने भी साथ दे दिया।
दवाइयां गड्ढे में दबाने के मामले में सीएचसी के डॉक्टर और वार्ड बॉय का निकला हाथ, मुकदमा दर्ज
RELATED ARTICLES