Thursday, December 26, 2024
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रुद्रपुर डिपो की 10 और बसें खटारा होने की कगार पर

रुद्रपुर। रोडवेज डिपो की कई बसों के खटारा और नीलामी होने के बावजूद नई बसों की खरीद न होने से स्थानीय रूटों पर सार्वजनिक परिवहन सेवा प्रभावित हो रही हैं। बसों की कमी से यात्रियों को असुविधा होने के साथ ही डग्गामारी की समस्या भी बढ़ रही है। वर्तमान में रुद्रपुर डिपो के बेड़े सिर्फ 42 बसें ही शेष रह गई हैं। टनकपुर और काशीपुर मार्ग पर चलने वाली पांच बसों का 10 लाख किलोमीटर से अधिक संचालन होने के बाद उन्हें कंडम घोषित कर नीलामी के लिए काठगोदाम स्थित कार्यशाला भेज दिया है। इसके अलावा रुद्रपुर डिपो में वर्ष 2012 में खरीदी गई 10 बसें भी खटारा होने की स्थिति में पहुंच चुकी हैं।
खटारा बसों के आए दिन खराब होने के कारण उन्हें वर्कशॉप में खड़ा करना पड़ रहा है, मंगलवार को भी वर्कशॉप में दो बसें खड़ी रहीं। वर्ष 2016 में खरीदी गईं 12 और 2019 में खरीदी गई 20 बसों की स्थिति थोड़ी सही है। डिपो की अपनी 42 बसों के अलावा करीब 34 बसें अनुबंधित पर संचालित हो रही हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण बसें कम पड़ी रही हैं। खासकर टनकपुर मार्ग पर बसों का संचालन प्रभावित होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसका फायदा डग्गामार वाहन संचालक उठा रहे हैं। सहायक महाप्रबंधक महेंद्र कुमार कहते हैं कि नई बसों की खरीद का मामला शासन स्तर का है।
स्टोर ट्रक की हालत भी खस्ताहाल
रुद्रपुर। रुद्रपुर रोडवेज डिपो के स्टोर ट्रक की हालत भी खस्ताहाल हो चुकी है। रुद्रपुर डिपो के पास एक ही स्टोर ट्रक है। इस कारण काठगोदाम स्थित कार्यशाला से कलपुर्जे लाने के अलावा रास्ते में खटारा बसों के होने के बाद उसे खींचकर लाने की कार्य भी इसी स्टोर ट्रक से लिया जा रहा है।

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