कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर सेना की कुर्बानी और शौर्य का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ सेना, अर्द्धसैनिकों और उनके परिजनों के हितों के साथ भी कुठाराघात करने का आरोप लगाया है। एआईसीसी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने देहरादून में एक प्रेसवार्ता में ‘शौर्य के नाम पर वोट, सेना के हितों पर चोट’ पत्रिका जारी कर केंद्र सरकार से सेना से जुड़े तमाम सवाल पूछे। उनका कहना है कि जो सेनाओं से धोखा करते हैं, उन्हें क्यों फिर से मौका मिले।
सेना से जुड़े मुद्दे बिंदुवार गिनाते हुए पार्टी महासचिव सुरजेवाला ने कहा कि सेनाओं में एक लाख 22 हजार 555 पद खाली पड़े हैं, इनमें से दस हजार पद सैन्य अधिकारियों के हैं। कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन के नाम पर भी सैनिकों से धोखा किया है। इसे पांच स्लॉट में बांटकर वन रैंक, पांच पेंशन बना दिया है। पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य योजना ईसीएचएस में अनुबंधित अस्पतालों का लगातार पैसा रोका जा रहा है। ईसीएचएस के बजट में भी साल दर साल कटौती की जा रही है। सीएसडी कैंटीन में सामान खरीद पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं। आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने सात साल में पांच कारें खरीद लीं, लेकिन सेना का जवान पूरी नौकरी में कैंटीन से सिर्फ एक कार खरीद सकता है। इसके अलावा सैनिकों की डिसएबिलिटी पेंशन पर भी टैक्स थोप दिया गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि सैनिकों के साथ वेतन आयोग में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसके अलावा शार्ट सर्विस कमीशन सैन्य अधिकारियों को मिलिट्री अस्पताल में इजाल से वंचित किया जा रहा है। तीनों सेनाओं के सैन्य अधिकारियों को नॉन फंक्शनल अपग्रेड से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, सेवा में चोटिल हो सेवानिवृत्त हुए सैनिकों को प्राथमिकता के आधार पर पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, कोयला लदान, ट्रांसपोर्ट कांट्रेक्ट, सरकारी सिक्योरिटी कांट्रेक्ट दी जाती थी, लेकिन मोदी सरकार ने यह सुविधाएं लगभग समाप्त कर दी हैं। पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो.गौरव वल्लभ, पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश जोशी, सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा, महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी, मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि आदि उपस्थित थे।
अर्द्धसैनिकों बलों के साथ सौतेले व्यवहार का लगाया आरोप
रणजीत सिंह सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार अर्द्धसैनिक बलों सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, कोस्टगार्ड आदि के जवानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्हें आज भी शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता। उनके परिवारों को न तो कोई मुआवजा मिलता है और न ही सरकारी नौकरी। इन बलों की कैंटीन सुविधा पर भी जीएसटी का बोझ डाल दिया गया है।
कांग्रेस पार्टी ने की वर्चुअल रैली की शुरूआत
कोरोनाकाल में विधानसभा चुनाव में खुली चुनावी रैलियों पर लगी रोक के चलते राजनीतिक दलों को डिजीटल प्लेटफार्म की तरफ जाना पड़ रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में बने स्टूडियो से वर्चुअल रैली की शुरूआत हो गई है। शुक्रवार को एआईसीसी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता प्रो.गौरव वल्लव ने उत्तराखंड स्वाभिमान रैली का औपचारिक शुभारंभ किया।
वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए सुरजेवाला ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर जमकर हमला बोला। उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में उन्होंने कहा कि आज तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा सरकार ने राज्य को महंगाई और बेरोजगारी में देश में नंबर वन बना दिया है। यही भाजपा सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि वह राज्य में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंककर कांग्रेस की सरकार लाते हैं तो यह आम आदमी के स्वाभिमान की सरकार होगी।
यहां के युवाओं, किसानों, महिलाओं, सैनिकों और पूर्व सैनिकों के सम्मान की सरकार होगी। उन्होंने कहा कि आप लोगों के पास इस वक्त वोट की चोट कर राज्य में बड़ा परिवर्तन लाने का मौका है। यह परिवर्तन राज्य के युवाओं को रोजगार, किसानों को सम्मान और यहां के पर्यटन को मान देगा। यह चुनाव देवभूमि उत्तराखंड के लिए एक नई रोशनी ला सकता है।
सेनाओं से करते हैं जो धोखा, उन्हें कोई क्यों दे मौका – रणदीप सिंह सुरजेवाला
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