बागेश्वर। बागेश्वर के जोशीगांव (घिरौली) मां और तीन बच्चों की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने पूरा जोर लगा दिया है। फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस खुदकुशी के साथ ही अन्य कोणों से भी घटना की तहकीकात कर रही है। जोशीगांव के एक मकान से बृहस्पतिवार शाम विवाहिता और उसके तीन बच्चों के शव बरामद हुए थे। एसपी हिमांशु कुमार वर्मा पुलिस बल के साथ शुक्रवार सुबह ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे। एसपी ने घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों के साथ ही सबसे पहले घटना की सूचना मकान मालिक गोविंद सिंह को देने वाले प्लंबर राजेंद्र सिंह भाकुनी से जानकारी हासिल की। वहीं सीओ अंकित कंडारी, कोतवाल कैलाश सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल की बारीकी से तहकीकात की। दिन भर पुलिस की छानबीन जारी रही। मूल रूप से कपकोट के भनार गांव निवासी भूपाल राम का परिवार इस मकान में किराये पर रहता था। बृहस्पतिवार को मकान के भीतर भूपाल राम की पत्नी नीमा देवी (40), पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (5-6 माह) के सड़े गले शव बरामद हुए थे। एसपी वर्मा का कहना है कि मामले की खुदकुशी के साथ ही अन्य एंगिल से भी जांच की जा रही है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस परिवार के मुखिया भूपाल राम की तलाश कर रही है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।
कमरे से मिलीं सल्फास जैसी गोलियां, जांच को भेंजी
बागेश्वर। पुलिस की छानबीन में कमरे से सल्फास जैसी गोलियां बरामद हुई हैं। एसपी हिमांशु कुमार वर्मा ने घटनास्थल से सल्फास जैसी गोलियां मिलने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि सल्फास जैसी गोलियों को जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही जहरीले पदार्थ के बारे में स्थिति साफ हो पाएगी।
बिसरा आदि फोरेंसिक जांच के लिए भेजे
बागेश्वर। विवाहिता और उसके तीन बच्चों के शवों का तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. वीके टम्टा ने बताया कि डॉ. राजीव उपाध्याय, डॉ. राहुल मिश्रा और डॉ. रीमा उपाध्याय ने मृतकों के शवों की पीएम किया। पैनल में शामिल डॉं. राहुल मिश्रा ने बताया कि शव सड़े-गले होने के कारण मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। मृतकों का बिसरा, आंत और कुछ अन्य हिस्से फोरेंसिक जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों के शरीर में कीड़े पड़ने के कारण चेहरा भी विकृत हो गया था। बिसरा और अन्य रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएगा।
घर में नहीं मिला राशन का एक दाना
बागेश्वर। पुलिस ने शुक्रवार को घटनास्थल पर किचन का बारीकी से मुआयना किया। रसोई में राशन के बर्तन खाली पड़े थे। आटा, चावल, तेल आदि कुछ भी सामग्री रसोई में नहीं थी। गैस का चूल्हा तो था, लेकिन सिलिंडर नहीं था। यानि कि परिवार के पास न तो खाने के लिए राशन था, न भोजन बनाने का साधन।
शव एक सप्ताह से अधिक पुराने होने की आशंका
बागेश्वर। पोस्टमार्टम में मृतकों के शव एक सप्ताह पुराने होने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल में शामिल डॉ. राहुल मिश्रा ने बताया कि शव करीब एक सप्ताह से पुराने हैं। घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने होली के बाद से मृतकों को न देखे जाने की बात बृहस्पतिवार को घटनास्थल पर पुलिस को बताई थी। डॉक्टरों की बात से इस बात की पुष्टि हुई है। यानी कि चारों की मौत होली के आसपास या होली के बाद हुई है।
भूपाल के खिलाफ दर्ज है धोखाधड़ी का केस
बागेश्वर। परिवार के मुखिया भूपाल राम के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का केस पंजीकृत है। पुलिस के अनुसार वह कई लोगों से ठगी कर चुका था। इसी कारण लोगों और पुलिस से छुपता-छुपाता था।
होली के दिन दिखाई दिया था भूपाल
बागेश्वर। प्लंबर राजेंद्र सिंह ने एसपी को बताया कि भूपाल राम होली के दिन यानि कि 8 मार्च को घर के आसपास दिखाई दिया था। परिवार के अन्य लोगों को उसने नहीं देखा। मकान एकांत में होने से गांव के अन्य लोगों का उधर, आना-जाना कम होता था।
बड़ी बेटी रहती है चाचा के साथ
बागेश्वर। मासूम भास्कर, अंजलि, कृष्णा समेत भूपाल राम के चार बच्चे थे। भनार के प्रधान भूपाल आर्या के अनुसार भूपाल राम की सबसे बड़ी बेटी पूजा (17) बचपन से ही अपने चाचा मनोहर राम के साथ हल्द्वानी में रहती है। उन्होंने बताया कि मनोहर पुलिस में कार्यरत है। प्रधान के अनुसार पांच साल के कार्यकाल में उन्होंने कभी भी भूपाल राम को गांव में नहीं देखा। वह करीब 15 साल से बाहर ही रहता था। भूपाल राम के पिता हर राम, माता उदिमा देवी भनार गांव में रहते हैं। प्रधान के अनुसार भूपाल की माता-पिता से भी नहीं बनती है। उसकी आदतों के कारण गांव के लोग भी उसे पसंद नहीं करते हैं।
महिला आयोग ने डीएम, एसपी ने मांगी रिपोर्ट
बागेेश्वर। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह ने डीएम और एसपी से घटना की रिपोर्ट तलब की है। साह ने घटना को भयावह बताया है। उन्होंने घटना की रिपोर्ट दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं।
गमगीन माहौल में बागेश्वर में हुआ अंतिम संस्कार
बागेश्वर। चारों मृतकों का गमगीन माहौल में सरयू श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि में मृतक महिला के मायके पक्ष के लोगों के साथ ही ससुराल पक्ष के लोग भी शामिल थे। मृतका नीमा देवी का मायका जिले के गांसी गांव में है। दिनभर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लोगों का तांता लगा रहा।
मां-बच्चों की मौत से पर्दा उठाना पुलिस के लिए चुनौती
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