अल्मोड़ा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पखवाड़ा के तहत उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने शनिवार को शहर के एक निजी होटल में साधारण महिलाएं, असाधारण अनुभव कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष एडवोकेट पीसी तिवारी ने हेलंग की घस्यारी मंदोदरी देवी, उनकी दो बेटियों दीपशिखा व संगीता, सल्ट के चर्चित जगदीश हत्याकांड की पीड़िता गीता, स्व. जगदीश की माता भागुली देवी, बहन गंगा, प्रसिद्ध जनकवि स्व. गिरीश तिवारी गिर्दा की पत्नी हेमलता तिवारी सहित अन्य सामाजिक संगठनों से जुड़ीं महिलाओं को शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान सम्मानित होने वाली महिलाओं ने कहा कि हर महिला को अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा उनके प्रति जागरूक होना होगा। मजबूती और हौसले से लड़ाई लड़ने वाली महिलाओं को जीत अवश्य मिलेगी। वहां चंपा उपाध्याय, उपपा की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, दीपा देवी, देवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
बोलीं महिलाएं
जो मेरे साथ हुआ, वह किसी के साथ न हो, इसके लिए मैं लड़ाई लड़ रही हूं। मुझे यकीन है कि मैं इस लड़ाई को अवश्य जीतुंगीं। हर महिला को अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए। – गीता उर्फ गुड्डी, सल्ट।
मैं हर रोज की तरह अपने जंगल से घास ला रही थी लेकिन मुझे थाने में छह घंटे से अधिक समय तक बंद कर दिया गया। मेरी बेटियों ने मेरा साथ दिया और हमने मजबूती से यह लड़ाई लड़ी। महिलाओं को सजग होकर अपने अधिकार जानने होंगे। – मंदोदरी देवी, हेलंग।
महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात हो रही है लेकिन हमारा समाज ही इसमें बाधक है। मेरी मां से घास छीनकर उन्हें थाने में बंद कर दिया गया। ऐसे में हम चुप कैसे रह सकते थे। हमने हौसले से लड़ाई लड़ी और पुलिस को मां को छोड़ना पड़ा। – दीपशिखा भंडारी, हेलंग।
मेरी मां के साथ जो हुआ वह किसी के साथ न हो इसके लिए मैं हर महिला को जागरूक कर रही हूं। महिलाओं और बेटियों को हार न मानते हुए अपने अधिकारों की लड़ाई जारी रखनी चाहिए। निश्चित तौर पर जीत मिलेगी। – संगीता भंडारी, हेलंग।
अपने अधिकारों के लिए लड़कर जीत सकती हैं महिलाएं
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