उत्तरांचल विश्वविद्यालय में छेड़छाड़ की घटना के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उपद्रव को हवा देने वाले तीन छात्रों को विश्वविद्यालय ने निकाल दिया है। उन्हें प्रबंधन ने हॉस्टल से भी निष्कासित कर दिया है। तीनों के खिलाफ प्रेमनगर थाने में बलवा और गाली-गलौज के आरोप में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि उत्तरांचल विवि में रविवार को छात्र-छात्राओं ने उग्र प्रदर्शन किया था। छात्र-छात्राओं का कहना था कि गत बुधवार को वहां के चीफ वार्डन ने गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन के साथ छेड़छाड़ की है। चीफ वार्डन के खिलाफ विवि प्रदर्शन पहले ही कार्रवाई कर चुका था। लेकिन, प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्रा कह रहे थे कि प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।इस पर उन्होंने पहले विवि परिसर में और फिर सड़क पर भी प्रदर्शन किया। हालांकि, सड़क से पुलिस ने सभी छात्रों को खदेड़कर परिसर के भीतर भेज दिया था। यहां पर कुछ छात्रों ने चीफ वार्डन की बाइक में भी तोड़फोड़ कर दी थी।
की गई थीं दो शिकायतें
इस मामले में पुलिस ने पीड़िता वार्डन की शिकायत पर चीफ वार्डन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। इधर, उपद्रव के बाद प्रबंधन की ओर से तीन छात्रों बीबीए प्रथम वर्ष के अरविंद कुमार सिंह और बीटेक प्रथम वर्ष के दो छात्रों मीत खन्ना व मोहम्मद आहिश के खिलाफ तहरीर दी थी। उपकुलपति डॉ. राजेश बहुगुणा ने बताया कि उपद्रव के बाद सीसीटीवी कैमरों और अन्य छात्रों के बयान भी दर्ज किए गए थे। इनमें पाया गया था कि इन तीनों छात्रों ने ही अन्य छात्रों को उकसाया था। इन्हीं के माध्यम से वह मैसेज भी वायरल किया गया था, जिसके बाद छात्र-छात्राएं उग्र हुए थे। डॉ. बहुगुणा ने बताया कि तीनों छात्रों हॉस्टल और विवि दोनों से निष्कासित कर दिया गया है।
उपद्रव के लिए उकसाने वाले तीन आरोपी छात्रों को विवि ने निकाला, छेड़छाड़ की घटना पर हुआ था बवाल
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