रुद्रपुर/गदरपुर। शिक्षा विभाग के छापे में जिले के कई स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें पाई गईं। सोमवार को सभी ब्लॉकों में शिक्षा विभाग की टीम के औचक निरीक्षण में यह बात सामने आई। मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) रमेश चंद्र आर्या ने कहा कि सभी स्कूल संचालकों को नोटिस दे दिए गए हैं। जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर संबंधित स्कूलों की मान्यता भी रद्द की जा सकती है। सोमवार को गदरपुर के संकुल बराखेड़ा, गोविंदपुर और आनंद खेड़ा में गठित संकुल स्तरीय टीम ने कई स्कूलों में औचक निरीक्षक किया। टीम ने स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के पास मौजूद पाठ्य पुस्तकों को देखा। गदरपुर संकुल के पांच स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों के अलावा ज्यादा मूल्य वाली वाली अन्य प्रकाशकों की रिफरेंस बुक पाई गई। वहीं एक पुस्तक विक्रेता के पास से भी अधिक मूल्य वाली रिफरेंस बुक पाए जाने पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इधर, सीईओ ने बताया कि गदरपुर ब्लॉक में बीईओ ने 18 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। इनमें कुछ स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें मिली, जबकि कुछ स्कूलों में महंगी सहायक किताबें चलती मिलीं। इसके अलावा बीईओ सितारगंज ने 23 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। जहां भी इसी तरह की शिकायतें मिली हैं। रुद्रपुर में छह स्कूलों और काशीपुर में 12 स्कूलों का निरीक्षण किया।
काशीपुर के नौ स्कूलों में मिलीं निजी प्रकाशकों की किताबें
काशीपुर। ब्लॉक के नौ स्कूलों में शिक्षा विभाग की टीम को निजी प्रकाशकों की पुस्तकें मिलीं। बीईओ आरएस नेगी ने पब्लिक स्कूलों में एनसीईआरटी किताबों की चेकिंग के लिए तीन-तीन सदस्यों की तीन टीमों का गठन किया। जिसमें पहली टीम में रामाइं कॉलेज बांसखेड़ा के प्राचार्य धीरेंद्र कुमार साहू, प्रभारी समन्वयक दिनेश कुमार शर्मा व प्रधान सहायक मंजू और दूसरी टीम में राइंका बरखेड़ी के प्रधानाचार्य अजय कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी समन्वयक सूरजभान व वरिष्ठ सहायक दीपा खुल्बे को शामिल किया गया। जबकि तीसरी टीम में राउमावि मानपुर के प्रधानाध्यापक रामेंद्र कुमार ओझा, प्रभारी समन्वयक सुरेश सिंह व कनिष्ठ सहायक विकास कुमार शामिल हैं। तीनों टीम ने सोमवार को अलग-अलग स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान जागृति पब्लिक स्कूल, ब्रेबसेंट पब्लिक स्कूल, इकरा पब्लिक स्कूल व मारिया असुम्पटा कांवेंट स्कूल में एनसीईआरटी के अलावा प्राइवेट पब्लिकेशन की पुस्तकें लगी मिली। टांडा उज्जैन में प्रगति पब्लिक जूनियर हाईस्कूल, पशुपति विहार स्थित रोल मॉडल स्कूल, एमए एकेडमी, होली ट्रेनिंग स्कूल व नैनी कान्वेंट स्कूल में एनसीईआरटी के साथ प्राइवेट प्रकाशन की किताबें बच्चों के पास मिली। आर्यनगर स्थित हिमालयन पब्लिक स्कूल, ब्लूमिंग स्कॉलर्स स्कूल, मास्टर इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल व बाल शिक्षा संस्थान में एनसीईआरटी की किताबें बच्चों के पास मिली। बीईओ नेगी ने बताया टीम ने पहले दिन 12 पब्लिक स्कूलों का निरीक्षण किया। जहां नौ स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें बच्चों के पास मिलीं। उन्होंने सभी नौ स्कूलों को नोटिस जारी करके तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
सितारगंज में 20 स्कूलों के निरीक्षण में 10 में मिली महंगी किताबें
सितारगंज। सोमवार को एसडीएम तुषार सैनी के निर्देश पर बीईओ डीएस राजपूत ने चार टीम का गठन किया। टीम ने क्षेत्र के करीब 20 निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। विद्यालयों की ओर से ड्रेस व महंगी किताबें खरीदने व फीस में कई गुना बढ़ोतरी के मामले भी जांच की। करीब दस स्कूलों में महंगी किताबें जांच टीम को मिली। बीईओ राजपूत ने बताया कि शासन के निर्देशों का पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशों के विपरीत फीस बढ़ाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कहा कि महंगी किताबें खरीदवाने वाले स्कूलों के खिलाफ नोटिस जारी किए जाएंगे।
शिक्षा विभाग के छापे में स्कूलों में मिलीं निजी प्रकाशकों की किताबें
RELATED ARTICLES