नगर निगम परिसर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में 40 लाख रुपये से ज्यादा के गबन का मामला सामने आया है। ग्राहकों के खाते में जमा इस राशि को वहां के एक कर्मचारी ने अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दिया। मामला सामने आया तो इसमें से करीब 7.30 लाख रुपये वापस भी कर दिए। अब 32.70 लाख रुपये के गबन के आरोप में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली इंस्पेक्टर विद्याभूषण नेगी ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया नगर निगम शाखा के प्रबंधक चेतन कुमार ने गबन के संबंध में शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि पिछले साल मार्च में एक ग्राहक ने उन्हें शिकायत की थी। इस शिकायत की जांच की गई तो पता चला कि बैंक से इस ग्राहक के अलावा अन्य ग्राहकों के खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं।
बैंक की आंतरिक जांच में पता चला कि यह गबन वहां तैनात क्लर्क निशांत सडाना निवासी पशुपति हाइट्स ने किया है। जांच पूरी होने के बाद अगस्त 2022 में निशांत को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद निशांत ने क्षेत्रीय कार्यालय को पत्र लिखा कि वह सात लाख 30 हजार रुपये वापस कर रहा है। उसने यह रकम वापस भी कर दी। इसके बाद लगातार टालमटोल करने लगा। कुल रकम 32.70 लाख रुपये के गबन के आरोप में निशांत सडाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर नेगी ने बताया कि इस मामले में बैंक ने एक ग्राहक को उसके पैसे ब्याज समेत वापस भी कर दिए हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
यूनियन बैंक में 40 लाख का गबन, कर्मचारी ने अपनों के खाते में जमा कर दी रकम
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