बागेश्वर। समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास के निधन से विधानसभा में एक सीट रिक्त हुई है। दास के बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा, इस पर लोगों की नजर टिक गई है। सबसे पहले नंबर दास की पत्नी पार्वती दास का हो सकता है। भाजपा दिवंगत नेताओं की पत्नियों को महत्व देती रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण भाजपा के कद्दावर नेता प्रकाश पंत का है। उनके निधन पर उनकी पत्नी चंद्रा पंत को भाजपा ने टिकट दिया था। इस लिहाज से देखा जाए तो स्व. चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास उनकी उत्तराधिकारी हो सकती हैं। बहुत कुछ उनकी (पार्वती दास) इच्छा पर भी निर्भर रहेगा। बहरहाल दास का उत्तराधिकारी दास के ही परिवार से आने की संभावना जताई जा रही है। दास के पुत्र गौरव दास भी पिता की विरासत संभाल सकते हैं। विरासत की बात बहुत हद तक भाजपा संगठन के रुख पर निर्भर रहेगी। नियमानुसार बागेश्वर विधानसभा सीट पर छह महीने के भीतर चुनाव होंगे। किसे दास का उत्तराधिकारी भाजुा बनाएगी, यह उसी (भाजपा) पर निर्भर रहेगा।
उत्तरायणी में नहीं आ पाए दास
बागेश्वर। मंत्री दास का स्वास्थ्य 2022 के बाद अधिक खराब रहने लगा। पिछले वर्ष विधानसभा की कार्यवाही के दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इस बार बागेश्वर का विख्यात उत्तरायणी मेला दो साल के ब्रेक के बाद हुआ। अस्वस्थता के कारण मंत्री दास उत्तरायणी के मेले में नहीं आ पाए थे।
शोक में बंद रहेगा बाजार
बागेश्वर। अपने प्यारे नेता के शोक में बृहस्पतिवार को बागेश्वर नगर बंद रहेगा। व्यापार मंडल अध्यक्ष कवि जोशी ने बताया कि व्यापारी प्रतिष्ठानों को बंद कर स्वर्गीय दास को श्रद्धांजलि देंगे।
नेताओं का लगेगा जमावड़ा
बागेश्वर। सूबे के परिवहन मंत्री चंदन राम दास के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम दिग्गज नेता बागेश्वर पहुंचेंगे। सीएम धामी का सुबह 9 बजे बागेश्वर पहुंचने का कार्यक्रम है। अमर उजाला से बातचीत में पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी अंतिम संस्कार में शामिल होने की बात कही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के बागेश्वर पहुंचने का कार्यक्रम है।
बैठक छोड़कर दौड़े-दौड़े अस्पताल पहुंचे मंत्री
बागेश्वर। जिस समय समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास की तबीयत बिगड़ी, उस समय विकास भवन में प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा कृषि रथों को रवाना करने के कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। उसके पश्चात उनको जिला योजना की बैठक लेनी थी। दास की तबीयत बिगड़ने की सूचना पाते ही मंत्री कार्यक्रम छोड़कर डीएम अनुराधा पाल और अन्य आला अधिकारियों के साथ जिला अस्पताल पहुंच गए।
दास के बाद अब खाली सीट पर दावेदार कौन
RELATED ARTICLES