कोरोना की तीसरी लहर कम होते ही सुशीला तिवारी अस्पताल व सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। वहीं डीआरडीओ के कोविड हॉस्पिटल में अब कोविड के मात्र दो मरीज रह गए हैं। सुशीला तिवारी अस्पताल में औसतन 1200 की ओपीडी होती है और 400 से ज्यादा मरीज भर्ती रहते थे। कोरोना की तीसरी लहर के चलते ओपीडी गिरकर 500 पहुंच गई थी वहीं भर्ती मरीजों की संख्या 90 तक सिमट गई थी। अब फिर से ओपीडी में मरीजों की संख्या औसतन 800 तक पहुंच गई है। भर्ती मरीजों की संख्या भी 300 के पार पहुंच गई है। वहीं बेस अस्पताल में औसतन 800 की ओपीडी कोरोना के चलते 500 के आसपास पहुंच गई थी। जो दोबारा 700 के करीब पहुंच गई है। भर्ती मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर जैसे-जैसे कम हो रही है और मौसम में बदलाव हो रहा है एक बार फिर से मरीजों की संख्या में बढो़त्तरी होगी।
महिला अस्पताल में कम नहीं हुई ओपीडी
कुमाऊं में महिला मरीजों की सबसे ज्यादा भीड़ राजकीय महिला अस्पताल हल्द्वानी में होती है। यहां प्रतिदन 350 से 400 के बीच ओपीडी होती है। इसमें ज्यादातर गर्भवती महिलाओं की संख्या होती है। यह संख्या कोरोना काल में भी कम नहीं हुई। अस्पताल की सीएमएस डॉ. उषा जंगपांगी ने बताया कि अस्पताल में पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड आदि जांचें होने से सभी मरीजों को लाभ हो रहा है। इसके चलते दूर दराज से भी महिलाएं इलाज के लिए आती हैं।
ठंड बढ़ने व कोरोना के मरीजों के चलते एसटीएच में ओपीडी 500 के करीब आ गई थी। वहीं भर्ती मरीजों की संख्या भी कम हो गई थी। अब दोबारा से भर्ती मरीजों और ओपीडी मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। डॉ. विवेकानंद सत्यबली, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, एसटीएच
तीसरी लहर घटी, ओपीडी फिर पकड़ने लगी रफ्तार
RELATED ARTICLES