अंग्रेजों के बसाए हिल स्टेशन लंढौर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है। लेकिन पुरानी बसावट के कारण यहां की संकरी सड़कें पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनती हैं। इसलिए जाम की समस्या को दूर करने के लिए छावनी परिषद ने अब इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की दिशा में पहल शुरू कर दी है। लंढौर छावनी परिषद के सीईओ, अभिषेक राठौर ने बताया कि लंढौर में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा नहीं है। संकरी सड़कों पर गाड़ियों की संख्या बढ़ने से अक्सर जाम लगता है। राठौर ने बताया कि, जाम की समस्या दूर करने के लिए लंढौर को देश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल्स हिल स्टेशन बनाने का प्रयास किया जा रहा है। दो कंपनियों ने इसके लिए प्रेजेंटेशन दिया है।
राठौर ने बताया कि, योजना के मुताबिक कंपनियां पहाड़ की चढ़ाई वाली सड़कें, सड़कों की चौड़ाई के हिसाब से वाहन तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि छावनी क्षेत्र में एक मल्टीलेवल पार्किग का निर्माण भी किया जा रहा है। पेयजल निर्माण निगम मल्टी लेवल पार्किंग की डीपीआर तैयार कर रहा है। टीम निरीक्षण भी कर चुकी है। प्रपोजल फाइनल कर इसे वित्तीय अनुदान के लिए भारत सरकार को भेजा जाएगा। मल्टी लेवल पार्किंग बन जाने से स्थानीय लोेगों के साथ साथ पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी।
कैफे भी खोलने की तैयारी
सीईओ ने बताया कि, छावनी क्षेत्र में कई नामी कैफे अपनी ब्रांच खोलना चाहते हैं। छावनी परिषद उन्हें जगह उपलब्ध कराएगा। पर्यटकों को सुविधाएं देने पर जोर दिया जाएगा, लेकिन ध्यान रखा जाएगा कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। साथ ही क्षेत्र का बहुत अधिक व्यवसायीकरण भी न हो।
मसूरी के लंढौर हिल स्टेशन का बदलेगा नजारा, चलेंगे इलेक्ट्रिक वाहन, खुलेंगे नामी कैफे
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