देहरादून — राजधानी देहरादून में गुरुवार सुबह आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के चार बिल्डरों और दो शराब कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों रुपये की कर चोरी का खुलासा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली से करीब 100 अधिकारी 25 गाड़ियों में सवार होकर देहरादून पहुंचे। सबसे पहले सभी अधिकारी रेसकोर्स क्षेत्र में एकत्र हुए, जहां से वे अलग-अलग टीमों में बांटकर विभिन्न स्थानों पर रवाना हुए।
अचानक हुई इस कार्रवाई से कारोबारी जगत में अफरातफरी मच गई। जिन घरों और प्रतिष्ठानों पर रेड हुई, उन्हें अंदर से बंद कर दिया गया और परिवार के सदस्यों से लंबी पूछताछ की गई। कई जगहों पर तिजोरियां जब्त की गईं और बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, कैश गिनने के लिए मशीनें मंगवाई गईं। वहीं, बिल के बिना मिले गहनों को जब्त कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
टीमें सुबह स्कूल टाइम पर घरों में पहुंचीं, बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति दी गई, इसके बाद सभी घरों को अंदर से सील कर दिया गया। दिल्ली की टीमों के साथ स्थानीय आयकर अधिकारी भी इस अभियान में शामिल रहे। हालांकि, विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
इस छापेमारी की चर्चा पूरे दिन देहरादून के व्यापारिक जगत में बनी रही। बताया जा रहा है कि जिन कारोबारियों के ठिकानों पर रेड हुई, वे पहले भी आयकर विभाग के रडार पर रह चुके हैं। पहले भी इनके यहां सर्वे और जांच अभियान चलाए गए थे।
विभाग अब बरामद किए गए कैश, ज्वेलरी और दस्तावेजों की विस्तृत जांच में जुट गया है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई कर चोरी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकती है।