अयोध्या पर पाकिस्तान की टिप्पणी को भारत ने ठुकराया
नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी पर पाकिस्तान की आलोचना पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि पाकिस्तान की टिप्पणी “पूरी तरह अवमाननापूर्ण” है और उसके पास दूसरों को नसीहत देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं।
MEA प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,
“कट्टरता, दमन और अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार के इतिहास वाले पाकिस्तान को किसी अन्य देश पर उपदेश देने का हक नहीं है। उसे पहले अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए।”
चीन को दो टूक संदेश: अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा
शंघाई हवाई अड्डे पर अरुणाचल प्रदेश निवासी भारतीय नागरिक प्रेमा थांगडोक को हिरासत में लेने के मामले पर भारत ने चीन को कड़ा संदेश दिया।
जायसवाल ने बताया:
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भारत ने बीजिंग और नई दिल्ली में चीनी अधिकारियों के सामने कड़ा डिमार्शे दर्ज कराया।
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उन्होंने कहा, “अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। चीन चाहे जितना इनकार करे, भारतीय पहचान को बदल नहीं सकता।”
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MEA ने दोहराया कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
शेख हसीना के प्रत्यर्पण अनुरोध पर भारत की समीक्षा
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर भारत को औपचारिक अनुरोध मिला है।
जायसवाल ने कहा,
“यह अनुरोध प्राप्त हुआ है और फिलहाल इसकी विस्तृत समीक्षा की जा रही है। भारत बांग्लादेश के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। हम सभी हितधारकों के साथ रचनात्मक संवाद जारी रखेंगे।”
MEA ने जोर दिया कि इस मामले को जिम्मेदारी और कूटनीतिक संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाया जाएगा।
अफगानिस्तान के साथ व्यापारिक और आर्थिक सहयोग मजबूत
हाल ही में अफगानिस्तान के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने भारत का दौरा किया। उन्होंने:
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विदेश मंत्री,
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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री,
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वाणिज्य राज्य मंत्री
के साथ विस्तृत बैठकें कीं।
इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (IITF) में अफगान कंपनियों ने अपने उत्पाद और सेवाएं प्रदर्शित कीं। दोनों देशों ने व्यापार और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया।
भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी और सहयोग
MEA प्रवक्ता ने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच सहयोग सिर्फ मजबूत ही नहीं, बल्कि संस्थागत रूप से गहरा है।
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दोनों देशों के बीच परिचालन सहयोग में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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दोतरफा इंटरैक्शन और समन्वित प्रवर्तन ने रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ किया है।