विश्व प्रसिद्ध राजाजी टाइगर रिजर्व में पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह बंद हो सकती हैं। दरअसल नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने बिना टाइगर कंजर्वेशन प्लान के पर्यटन गतिविधि संचालित करने पर रोक लगा दी है और राजाजी पार्क में अब तक टाइगर कंजर्वेशन प्लान नहीं बना है। एनटीसीए के इस आदेश के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
नटीसीए ने राजाजी पार्क सहित देशभर के टाइगर रिजर्व को पत्र भेजा है। इसमें लिखा गया है कि अथॉरिटी की पिछले माह हुई बैठक में ये तय किया गया है कि सभी टाइगर रिवर्ज में सिर्फ टाइगर कंजर्वेशन प्लान के अनुसार ही पर्यटन गतिविधियों का संचालन किया जाए। यह मानक पूरा न करने के चलते राजाजी टाइगर रिजर्व में चल रहीं पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह अवैध हो गई हैं। वन विभाग को यह गतिविधियां जल्द बंद करनी होंगी। राजाजी में करीब पांच साल से टाइगर कंजर्वेशन प्लान बनाने की कवायद चल रही है, जो अब तक पूरी नहीं हो पाई है। राजाजी पार्क से टाइगर कंजर्वेशन प्लान, शासन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा जाना है। प्लान को केंद्र से ही अप्रूवल मिलना है।
2500 से तीन हजार के करीब पर्यटक हर साल करते हैं पार्क की सैर
राजाजी पार्क हर साल 15 नवंबर से 15 जून तक पर्यटकों के लिए खुलता है। जिसमें हर साल करीब ढाई से तीन हजार देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। जिनसे सरकार को करीब डेढ़ से दो करोड़ का राजस्व मिलता है। लेकिन पिछले दो साल से वैसे ही कोरोना के चलते पार्क पर्यटकों की कमी से जूझ रहा है। अब जब पर्यटन सीजन में पर्यटन बढ़ने की उम्मीद थी तो पार्क में पर्यटन गतिविधियां बंद होने का संकट आ गया है। एनटीसीए का पत्र मिला है। मामले में आगे दिशा निर्देश के लिए चीफ वाडल्ड लाइफ वार्डन को भेजा गया है। उनके जो भी निर्देश होंगे उसके अनुसार पर्यटन गतिविधियों पर फैसला लिया जाएगा। जहां तक टाइगर कंजर्वेशन प्लान की बात है तो वो बनकर तैयार है,शासन को भेज दिया है। वहीं से उस पर आगे कार्रवाई होनी है। -अखिलेश तिवारी, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व
राजाजी टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की हो जाएगी नो एंट्री? एनटीसीए का रोड़ा;बताई यह वजह
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