उत्तराखंड में नई सरकार के गठन, शपथ ग्रहण और मुख्यमंत्री के चयन पर छंटा कुहासा गुरु उदय होने के साथ ही छंटने की संभावना है। 10 मार्च को हुई मतगणना में भाजपा ने बहुमत हासिल किया है, लेकिन पहले होलास्टक और देवगुरु बृहस्पति(तारा अस्त) रहने से शुभ मुहूर्त नहीं थे। लेकिन 25 मार्च को गुरु उदय होने से शुभ कार्य पर लगे ब्रेक हट जाएंगे। अब नई सरकार के शपथ ग्रहण के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार अब खत्म होता नजर आ रहा है। फागुन की शुक्ल अष्टमी 10 मार्च से शुरू हुए होलाष्टक की समाप्ति 17 मार्च को पूर्णिमा तिथि को हुई थी। होलाष्टक में सभी 16 संस्कार व शुभ कार्य वर्जित रहे। वहीं तारा अस्त होने से भी शुभ मुहूर्त नहीं थे। उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रवक्ता आचार्य विजेन्द्र ममगाईं के मुताबिक, 22 मार्च को मंगलवार के दिन श्रीवत्स योग है। ये सर्वार्थ सिद्धि योग है। इसी दिन दून में ऐतिहासिक श्री झंडाजी का मेला भी है। 23 को सोम्य योग है। 25 को सुस्थिर योग व 27 को अमृत योग है। इस हफ्ते के तीन शुभ मुहूर्त 22, 25 व 27 मार्च हैं। उनका सुझाव है कि नया मुख्यमंत्री यदि 22 व 25 के शुभ मुहूर्त पर शपथ ले तो उनका कार्यकाल व्यवधान रहित होगा। ज्योतिषाचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक, 22 मार्च को श्रीवत्स योग का शुभ मुहूर्त व दून में श्री झंडा मेला भी है। 25 को तारा उदय होगा। लेकिन 23 से ही उसका दोष खत्म हो जाएगा।
नई सरकार के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार खत्म,जानें कब हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
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