चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष सोमवार यानि आज से ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय ऋषिकेश में इस सेवा के लिए चार काउंटर बनाए गए हैं। 30 अप्रैल तक उत्तराखंड के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड सुविधा उपलब्ध होगी। एक मई से अन्य प्रांत के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड सुविधा जारी की जाएगी। एक मई से यात्रा मार्ग पर परिवहन विभाग की चेकपोस्ट सक्रिय हो जाएंगी। चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार की ओर से ऋषिकेश में आयोजित यात्रा की तैयारी बैठक में परिवहन विभाग को इस वर्ष ग्रीन कार्ड सुविधा को लेकर विशेष निर्देश दिए गए थे। आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि परिवहन कार्यालय में कार्ड बनाने के लिए आने वाले वाहन चालकों की भीड़ नहीं लगनी चाहिए। इसके लिए काउंटर और कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि कर ली जाए। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन ऋषिकेश अरविंद कुमार पांडे की ओर से परिवहन आयुक्त को यात्राकाल को देखते हुए यहां आठ लिपिकीय कर्मचारी, 16 पीआरडी के जवान और दो आरआइ की अतिरिक्त नियुक्ति करने के लिए पत्र लिखा गया था। इस पर अभी तक कोई अमल नहीं हुआ है। एआरटीओ प्रशासन अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि सोमवार से ऋषिकेश कार्यालय में ग्रीन कार्ड बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अभी फिलहाल ग्रीन कार्ड के लिए चार काउंटर बनाए गए हैं। एक मई के बाद आवश्यकता को देखते हुए काउंटर की संख्या बढ़ा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वाहन स्वामी को कार्यालय में सिर्फ वाहन की फिटनेस के लिए आना होगा। फिटनेस की अवधि एक वर्ष होगी।
30 नवंबर तक वैध होंगे ग्रीन कार्ड
एआरटीओ अरविंद पांडे के मुताबिक पूर्व में ग्रीन कार्ड की वैधता मात्र दो माह के लिए निश्चित की गई थी। इस वर्ष चारधाम यात्रा में ग्रीन कार्ड की वैधता 30 नवंबर तक निर्धारित की गई है। वाहन स्वामी को ग्रीन कार्ड के लिए विभाग के दोबारा चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रीन कार्ड व्यवस्था पूरी तरह से आनलाइन की गई है। इसमें आवेदक आनलाइन शुल्क जमा करेगा। वाहन स्वामी आनलाइन ही ग्रीन कार्ड प्राप्त कर सकता है। जो लोग ऐसा नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए कार्यालय में आफलाइन ग्रीन कार्ड जारी करने की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
2019 में जारी हुए थे 15000 ग्रीन कार्ड
वर्ष 2019 में कुल 15000 ग्रीन कार्ड जारी किए गए थे। जिनमें 4000 बस और 11000 मैक्सी और टैक्सी वाहन शामिल हैं। दो वर्ष तक कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही। एआरटीओ अरविंद पांडे ने बताया कि इस वर्ष चारधाम यात्रा में उत्तराखंड की करीब 1500 बसें और 3500 मैक्सी और टैक्सी वाहन शामिल हैं। 13 सीटर वाहन को टैक्सी और मैक्सी की श्रेणी में शामिल किया गया है। इससे अधिक सीटर वाहन को बस की श्रेणी में शामिल किया गया है।
चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू, एक मई से दूसरे राज्यों के वाहनों के लिए होंगे जारी
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