देहरादून। आईडीपीएल ऋषिकेश कोविड केयर सेंटर में जान जोखिम में डालकर कोरोना में ड्यूटी करने वाले कोरोना योद्धाओं ने गांधी पार्क में अपना धरना शुरू कर दिया है। वह 31 मार्च को अपनी सेवाएं समाप्त होने के बाद त्रिवेणी घाट पर धरने पर बैठे थे। 130 नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना काल में यहां पर रखा गया था।
आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। इसके बदले अब वह गांधी पार्क पर धरने के लिए मजबूर हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी सेवाएं बहाल नहीं करती जाती वह धरने पर बैठे रहेंगे। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से उन्होंने मांग की कि दिए गए आश्वासन के मुताबिक वह जल्दी से जल्दी कैबिनेट में उनके मसले को हल कराएं और उन को रोजगार दें उन्होंने कहा कि उनकी जरूरत थी तो उन्हें प्रयोग किया गया अब उन्हें जो है विभाग से निकाल दिया गया है। इससे उनकी आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। विक्रम सिंह, कुलदीप सिंह, रतिराम, बिजेंद्र सिंह, दीपिका चौहान, सुमिता भट्ट, रिया, अर्जुन सिंह, सरबजीत आदि मौजूद है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी, त्रिलोक सजवान समेत कई विधायक ने अपना समर्थन कर्मचारियों को दिया। यशपाल आर्य ने कहा कि यदि इस मामले को कैबिनेट में नहीं लाया जाता है तो वह कर्मचारियों के साथ यही धरना देंगे। पूर्व सीएम हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर बेरोजगार युवाओं के पक्ष में धरना दिया। माहरा ने कहा कि सड़क से सदन तक कोरोना योद्धाओं की कांग्रेस लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जिन्हें सम्मानित करना चाहिए था, उन्हें अपमानित कर रहे हैं, उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है।
ऋषिकेश कोविड सेंटर से हटाए कर्मचारियों का गांधी पार्क पर धरना, कांग्रेस ने दिया समर्थन
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