उत्तराखंड में बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में मांग के सापेक्ष 13 मिलियन यूनिट बिजली की कमी चल रही है। इससे यूपीसीएल को बिजली की कटौती करनी पड़ रही है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि एनर्जी एजेंसी से बिजली खरीदने की व्यवस्था की गई है। इससे एक मई को कटौती से लोगों को राहत मिल सकती है। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय संकट के चलते गैस व कोयले के दामों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के साथ ही गर्मी बढ़ने के कारण बिजली की मांग और उपलब्धता में लगातार अंतर आ रहा है। उन्होंने बताया कि एक मई को प्रदेश में 45.47 मिलियन यूनिट बिजली की मांग रहने की संभावना है। वर्तमान में 32.13 मिलियन यूनिट बिजली उपलब्ध है। मांग के सापेेक्ष प्रदेश में 13.34 मिलियन यूनिट बिजली की कमी है। प्रबंध निदेशक ने कहा कि प्रदेश में सुचारु निर्बाध बिजली आपूर्ति करने के लिए इनर्जी एजेंसी के माध्यम से 13.34 मिलियन यूनिट बिजली खरीदने की व्यवस्था की गई है। जिससे बिजली आपूर्ति सामान्य रहेगी। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि देश भर में संकट को देखते हुए बचत के साथ बिजली का इस्तेमाल करें।
बढ़ता संकट: प्रतिदिन 45 मिलियन यूनिट से अधिक पहुंच रही मांग, लोगों से की गई बचत के साथ बिजली इस्तेमाल की अपील
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