अल्मोड़ा। नगर पालिका बोर्ड की सोमवार को हुई बैठक हंगामेदार रही। सभासदों ने पालिका के ठीक नीचे एक दुकान को नियम विरुद्ध हस्तांतरित करने पर नाराजगी जताकर बोर्ड से इसका बांड दिखाने की मांग की और कुछ सभासद बैठक का बहिष्कार कर चले गए। बैठक में वर्ष 2022-23 के लिए 63,75,843.29 रुपये घाटे का बजट पेश किया गया।
सभासद सौरभ वर्मा, मनोज जोशी, अमित साह, नामित सभासद अर्जुन सिंह बिष्ट, दीपक वर्मा ने कहा कि नगर पालिका के नीचे एक दुकान एक संस्था को दी गई थी लेकिन इस संस्था ने पालिका की दुकान अन्य व्यक्ति को हस्तांतरित कर दी। सभासदों ने इसे नियम विरुद्ध बताकर संस्था और संबंधित व्यक्ति के बीच पार्टनरशिप और बांड दिखाने की मांग की तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। सभासद भड़क गए और बैैठक से उठकर चले गए। सभासदों का आरोप है कि उन्होंने दिए गए प्रस्तावों की आंख्या मांगी लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। बैठक में वर्ष 2022-23 के लिए 63,75,843.29 रुपये घाटे का बजट पेश किया गया, इसे सदन ने सर्वसम्मति से पास किया। वार्ड सभासदों ने अपने-अपने वार्डो के प्रस्ताव प्रस्तुत किए। अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि वर्तमान में पालिका की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने से धनराशि उपलब्ध होने पर ही प्रस्तुत प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने नगर में पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही बाजार में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए ईओ को निर्देश दिए।
सदन में लक्ष्मेश्वर पार्किंग के नीचे दो तलों का निर्माण और किराये पर देने का प्रस्ताव रखा गया। सदन ने प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान की। बताया गया कि पंचवर्षीय भवन कर निर्धारण कार्य पूर्ण कर लिया गया है, अगर इसमें किसी ने अपनी आपत्ति दर्ज नहीं की तो उनका भवन कर 20 प्रतिशत बढ़ा दिया जाएगा। बताया गया कि नगर में कुली लाइसेंस के लिए थाने से सत्यापन किया जा रहा है। पालिका को कुली, मजदूरों के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही है। मजदूरों का सत्यापन पालिका में कराए जाने के बाद ही पुलिस सत्यापन कराने के लिए एसएसपी को पत्र भेजने का प्रस्ताव पारित किया गया। बताया गया कि नगर में भवन स्वामी अपना भवन कर स्वत: निर्धारण करेंगे, इसके लिए भवन स्वामियों से आपत्तियां, सुझाव मांगे जाएंगे। वहां पर सभासद दीपा साह, तरन्नुम बी, विजय पांडे, दीप्ति सोनकर, जगमोहन बिष्ट, हेम तिवारी, राजेंद्र तिवारी, सचिन आर्या, ईओ महेंद्र कुमार यादव थे।
नगर पालिका की दुकान को संस्था को नियमानुसार दिया गया है। सभासदों का आरोप निराधार है। सभासदों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें भी कागजी कार्रवाई के साक्ष्य दिखाए जाएंगे। – प्रकाश चंद्र जोशी, नगर पालिका अध्यक्ष
सालाना डेढ़ करोड़ के घाटे में चल रही अल्मोड़ा पालिका
अल्मोड़ा। आय के लिए संसाधन कम होने के कारण नगर पालिका अल्मोड़ा सालाना डेढ़ करोड़ रुपये के घाटे में चल रही है। पालिका की आर्थिक स्थिति की हालत यह है कि अपने कर्मचारियों के देयकों का भुगतान करने के लिए 12 करोड़ रुपये का ऋण लेना पड़ा। पालिका की आय का मुख्य साधन भवन कर है और वह भी पालिका को समय पर नहीं मिल पा रहा है।
अल्मोड़ा पालिका के लिए सालाना 15 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है, इसमें से शासन से पालिका को 11 करोड़ बजट मिलता है और चार करोड़ पालिका अपने संसाधनों से जुटाता है। कर्मचारियों के वेतन, पेंशन सहित अन्य पुराने देयकों के लिए पालिका को अधिक बजट की जरूरत पड़ती है। पालिका की आय का मुख्य साधन भवन कर की वसूली है। निजी भवनों की कर वसूली से सालाना करीब एक करोड़ रुपये की आय होती है। सरकारी भवनों से भी सालाना करीब 35 लाख की आय होती है। पालिका के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी भवनों के कर का अभी करीब 25 लाख रुपये लंबित है।
इंसीनरेटर लगाने की तैयारी
अल्मोड़ा। पालिका के पास कूड़ा निपटारे के लिए ट्रंचिंग ग्राउंड की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। पालिका अब विद्युत संयंत्र (इंसीनरेटर) लगाने का प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी कर रही है।
मथुरा की टीम पकड़ेगी अल्मोड़ा के बंदर
अल्मोड़ा। नगर पालिका क्षेत्र में अभी एक हजार से अधिक बंदर हैं। बंदरों के आतंक से मुक्त करने के लिए अब पालिका मथुरा की एक टीम का सहारा ले रही है। एक बंदर पकड़ने का 250 रुपये में करार किया है। टीम को उन्हीं बंदरों को पकड़ने का भुगतान होगा जिनका बधियाकरण किया जाएगा।
पालिका के लिए हर साल 15 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है। पिछले कुछ समय से पालिका करीब सालाना डेढ़ करोड़ के घाटे में चल रही है। कर्मचारियों के देयकों का भुगतान करने के लिए 12 करोड़ का लोन लिया गया है। आय के संसाधन बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। – प्रकाश चंद्र जोशी, नगर पालिका अध्यक्ष अल्मोड़ा।
आय के सीमित साधन होने से घाटे में चल रही अल्मोड़ा नगर पालिका
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