धारचूला (पिथौरागढ़)। सीमांत की सड़कें खुली होने और स्थानीय प्रशासन की ओर से इनरलाइन परमिट जारी होने के बाद प्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटक दारमा घाटी में पंचाचूली ग्लेशियर, चौदास घाटी में नारायण आश्रम और व्यास घाटी में ओम पर्वत, आदि कैलाश पर्वत और पार्वती कुंड पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से सीमांत के लोगों में खुशी की लहर है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने के लिए शुक्रवार तक 1100 लोगों के इनरलाइन परमिट जारी हो चुके हैं। इनमें 840 नेपाल के तिंकर और छांगरु के 29 भेड़ पालक, 28 सड़क निर्माणदायी संस्थाओं के मजदूर और शेष महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली आदि राज्यों के पर्यटक हैै। दारमा घाटी के 14 गांव, व्यास घाटी के सात गांव के लोग भी माइग्रेशन में अपने गांव पहुंचने लगे हैं। पर्यटकों और लोगों की आवाजाही से व्यास घाटी और दारमा घाटी में चहल पहल बढ़ गई है। इससे पर्यटन से जुड़े लोगों की आमदनी भी बढ़ रही है। दातू के होम स्टे संचालक संजय दताल, पानू दताल, महेश दताल, नवीन दताल ने बताया कि वहां 300 से ज्यादा पर्यटक आ चुके हैं। उनका कहना है कि मानसून काल में सड़कें ठीक रहीं तो पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। वहीं एसडीएम नंदन कुमार ने बताया कि इनरलाइन परमिट जारी करने के साथ ही सीपीडब्ल्यूडी और बीआरओ को सड़क हमेशा खुली रखने के निर्देश दिए गए हैै।
दारमा और व्यास घाटी पर्यटकों के आवाजाही से बड़ी चहल पहल
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