पिथौरागढ़। मानसून सत्र में आपदा प्रबंधन की तैयारियों के लिए डीएम डॉ. आशीष चौहान ने शुक्रवार आर्मी, आईटीबीपी, एसएसबी, एसडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। डीएम ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर किसी भी उपकरण और सामग्री की जरूरत है तो शीघ्र इसकी मांग उपलब्ध कराएं ताकि राहत कार्यों के लिए जरूरी सामग्री खरीदी जा सके। बैठक में बरसात में उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के वीसेट उपयोग में लाने की बात कही। जिला सभागार में शुक्रवार को हुई बैठक में डीएम डॉ. आशीष ने कहा कि आपदा राहत और बचाव के लिए पेलिकन लाइट, सेटेलाइट फोन, जीपीएस सिस्टम आदि खरीदे जा रहे हैं। ग्रामीण बैंक के पास उपयोग में नहीं लाए जा रहे वीसेट से आपदा में काम में लिया जाएगा। जरूरत वाली हर जगह पर वीसेट भी उपलब्ध कराया जाएगा। डीएम ने कहा कि आपदा में बचाव की जरूरत पड़ती है तो आर्मी के हेलिपैड उपयोग में लिए जा सकते हैं। डीएम ने सड़क जल्दी खोलने के लिए सीपीडब्ल्यूडी से दारमा और ऊपरी क्षेत्रों में अधिक संख्या में मजदूर रखने के निर्देश दिए। इसके लिए जल्द ही जिले स्तर पर पूर्वाभ्यास भी किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपदा प्रबंधन की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए। बैठक में सीडीओ अनुराधा पाल, एडीएम फिंचा राम चौहान सहित आर्मी, आईटीबीपी, एसएसबी, एसडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
गंदे नालों और सीवरेज को नदी में जाने से रोकें : डीएम
पिथौरागढ़। डीएम ने जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में गंगा संरक्षण कार्यों के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रामगंगा की सफाई के लिए वृहद स्तर पर कार्य शुरू किया जाए। जिला सभागार में शुक्रवार को हुई बैठक में डीएम ने कहा कि रामगंगा नदी की सफाई के लिए वृहद अभियान चलाया जाएगा। गंदे नालों और सीवेज को सीधे नदी में जाने से रोका जाएगा। उन्होंने सभी एसडीएम को नगर पालिका और नगर पंचायतों में उपलब्ध कांपेक्टर मशीन, कूड़ा सेग्रेशन, डंपिंग यार्ड, मलमूत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कार्यों की जांच करने के निर्देश दिए। डीएम ने आर्मी, आईटीबीपी, एसएसबी और अन्य बल्कवेस्ट जनरेटर पर एसटीपी जरूर बनाने के लिए कहा। 20 कमरों से अधिक आवास वाले होटलों को चिह्नित कर उनमें सीवेज डिस्पोजल सिस्टम की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए। रामगंगा नदी किनारे बसासतों से सीधे नदी में डाले जा रहे कूड़े और गंदे नाले चिह्नित करने, धारचूला, मुनस्यारी, जौलजीबी, थल में एसटीपी लगाने के लिए आगणन जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा। थल में कांपेक्टर मशीन लगाने के लिए भूमि चिह्नित करने के निर्देश भी दिए। जौलजीबी, पंचेश्वर, थल में रिवरफ्रंट डेवलपमेंट का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाए। मुनस्यारी, मुवानी, नाचनी, गणाई गंगोली, थल, कनालीछीना आदि स्थानों को खुले में शौचमुक्त करने के साथ ही प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों से जैवचिकित्सकीय कूड़ा निस्तारण की नियमित जांच करने के लिए कहा। डीएम ने आर्मी, आईटीबीपी और एसएसबी से अपने क्षेत्रों में 15 अगस्त तक सघन पौधरोपण अभियान चलाने के लिए कहा। बैठक में सीडीओ अनुराधा पाल, डीएफओ कोको रोसे, एसडीएम अनुराग आर्या, एसडीएम नंदन कुमार आदि मौजूद रहे।
बरसात में उपयोग में लाए जाएंगे उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के वी-सैट
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