गणाई गंगोली (पिथौरागढ़)। वर्ष 2017 में दो सामान से लदे दो भारी ट्रकों के एक साथ गुजरने के कारण टूटा मदनपुर-नैनी को जोड़ने वाला पुल आखिर पांच साल बाद बनकर तैयार हो गया है। विश्व बैंक खंड ने पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद यहां पर 11 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य पूरा कर दिया है। दो से तीन दिनों में इस पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
एक जनवरी 2017 को मदनपुर नैनी के पास कुलूर नदी में बना पुल सामान भरे दो ट्रकों के एक साथ गुजरने से टूट गया था। पुल टूटने के बाद यहां पर वाहनों की आवाजाही कुलूर नदी से होती थी। बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई दिनों तक वाहनों की आवाजाही ठप रहती थी। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। नदी का जल स्तर बढ़ने पर कई दिनों स्कूली बच्चे विद्यालय जाने से वंचित रह जाते थे। विश्व बैंक खंड ने पांच साल चार महीने की कड़ी मेहनत के बाद करीब 11 करोड़ की लागत से मदनपुर नैनी के पास करीब 64 मीटर लंबे मोटर पुल का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है। दो, तीन दिनों में यह पुल वाहनों की आवाजाही के लिए खुल जाएगा। जिला पंचायत सदस्य चंदन बाणी, छात्र गोलू पथनी, सारतोला निवासी अंजलि भैसोड़ा आदि ने बताया कि पुल बनने से सरतोला, नियोलियासेरा, बुसैल, नैनी, ग्वासीकोट, ढकना, खलचौड़ा, खिरमांडे, नाकोट, ननौली आदि क्षेत्रों की 15 हजार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा।
मदनपुर नैनी के पास पुल बनने में पांच साल चार महीने लग गए। पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। दो से तीन दिनों में पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। – नीरज तिवाड़ी, अभियंता, विश्व बैंक खंड।
पांच साल बाद मदनपुर नैनी में बनकर तैयार हुआ पुल
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