काशीपुर। मिट्टी खनन को लेकर भरतपुर में हुई फायरिंग में शनिवार को पुलिस- प्रशासन ने बुलडोजर का प्रयोग किया। एसडीएम, एसपी और सीओ बुलडोजर लेकर आरोपी के घर पहुंच और चहारदीवारी तोड़नी शुरू कर दी। कुछ ही पल में रिश्तेदारों ने उसके हाजिर होने की बात कही और एक घंटे में एक आरोपी कुंडा थाने में हाजिर हो गया, जबकि दूसरे के हाजिर होने की बात कही।
कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम भरतपुर में एक ग्रंथी का खेत अनूप सिंह और जगरूप सिंह ने मिट्टी खनन के लिए ठेके पर लिया था। बाद में दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो गई। नौ मई देर रात अनूप सिंह ने केसरी गणेशपुर निवासी अपने मुंशी जोगा सिंह को मिट्टी खनन की जानकारी लेने के लिए भेजा। वहां पन्नूफार्म निवासी जगरूप सिंह, सतनाम सिंह, गुरप्रीत सिंह गोपी आदि पहले से ही मौजूद थे। आरोप है कि मिट्टी उठाने को लेकर इन लोगों की जोगा सिंह के साथ कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर जोगा सिंह ने अनूप सिंह को फोन कर उसे जानकारी दी। आरोप है कि हमलावर इस बात से आपा खो बैठे और जोगा सिंह पर फायर झोंक दिया। सिर में गोली लगने से जोगा सिंह घायल हो गया। कुंडा थाना पुलिस ने अनूप सिंह की तहरीर पर तीनों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस सतनाम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन शेष दो आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे थे।
शनिवार दोपहर करीब तीन बजे एसडीएम अभय प्रताप सिंह, एसपी चंद्रमोहन सिंह, सीओ वीर सिंह, एसओ कुंडा संदीप नेगी बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे और चहारदीवारी को तोड़ना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि अगर आरोपी सरेंडर कर देते हैं तो बुलडोजर की कार्रवाई रोक दी जाएगी। कार्रवाई शुरू होने के करीब एक घंटे बाद आरोपी जगरूप कुंडा थाने में हाजिर हो गया, जबकि आरोपियों के रिश्तेदारों ने बताया कि जल्द ही दूसरा आरोपी भी हाजिर हो जाएगा। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई रोक दी। एसडीएम ने कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर आरोपियों ने निर्माण किया है। जमीन चिह्नित कर ली गई है। अगर आरोपी पक्ष ने स्वयं अवैध कब्जा नहीं हटाया तो प्रशासन कब्जे को हटा देगा।
बुल्डोजर से घर तोड़ना शुरू किया तो सरेंडर हुआ आरोपी
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