Thursday, October 31, 2024
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पूर्व दर्जा राज्यमंत्री ने टैंक पर चढ़कर गोली मारकर की आत्महत्या, परिवार में कोहराम

पूर्व दर्जा राज्यमंत्री और वर्तमान में रोडवेज कर्मचारी नेता ने एक बहुत ही नाटकीय और दुखद घटनाक्रम के दौरान घर के पास बने ओवरहेड टैंक पर चढ़कर पुलिस की मौजूदगी में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार बहुगुणा पारिवारिक विवाद में बहू के द्वारा उन पर लगाए गए गंभीर आरोपों से आहत थे। परिजनों ने भी उनके खिलाफ गंभीर आरोप में दर्ज मुकदमे को गलत बताया है। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र स्थित भगत कॉलोनी निवासी पूर्व दर्जा राज्यमंत्री व रोडवेज में वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात हेम राजेंद्र बहुगुणा बुधवार दोपहर करीब एक बजे घर से कुछ दूरी पर बने ओवरहेड टैंक पर चढ़ गए। काफी देर तक लोग और पुलिसकर्मी वहां से उतरने को मनाते रहे लेकिन वे नहीं माने और कूदने की बात कहने लगे। इसी दौरान सूचना पर पहुंचे बनभूलपुरा थाना एसओ नीरज भाकुनी ने काफी देर तक उन्हें समझाने की कोशिश की और बातचीत करने के लिए नीचे उतरने के लिए मना लिया।
एसओ बनभूलपुरा के मुताबिक नीचे आने की बात पर जब उन्होंने माइक रखा, उसी दौरान बहुगुणा ने खुद को गोली मार ली। पुलिस उन्हें घायल अवस्था में एसटीएस लेकर पहुंची। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 31 अक्तूबर को वह रिटायर होने वाले थे। घर में वह बेटे, पत्नी और बहू के साथ रहते थे। उनकी मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर बहुगुणा के इस आत्मघाती कदम उठाने के पीछे जिस किसी का भी हाथ होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहनता से जांच करेगी।
व्यवसायी भी थे एचआर बहुगुणा
रोडवेज कर्मचारी होने के साथ-साथ एचआर बहुगुणा बड़े व्यवसायी भी थे। शहर में उनका एकबड़ा बार और रेस्टोरेंट है।
विभागीय अधिकारियों की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, एचआर बहुगुणा ने खुद को गोली मारने से कुछ देर पहले हल्द्वानी डिपो के एआरएम सुरेंद्र सिंह बिष्ट को फोन कर मामले की सूचना दी थी। एआरएम ने तत्काल 112 को फोन कर सूचित किया। इस पर एसआई लता खत्री मौके पर पहुंच गईं और मामले से आला अधिकारियों को अवगत कराया।
एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर पड़ा मिला तमंचा और चाकू
देर शाम जब बनभूलपुरा पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची तो वहां 315 बोर के दो तमंचे, चाकू, सिगरेट, माचिस, मोजे और दो अस्थमा इन्हेलर पड़े मिले। पुलिस ने बताया कि एक तमंचा लोडेड था जिसमें कारतूस फंसा हुआ था। जिस तमंचे से गोली मारी गई थी, उसका खोखा बरामद कर लिया गया है।
जानलेवा हमला करने के आरोप में दर्ज हुआ था मुकदमा
बनभूलपुरा एसओ ने बताया कि मंगलवार को एचआर बहुगुणा के खिलाफ उनके क्षेत्र की एक महिला ने थाने में तहरीर दी थी। महिला का आरोप था कि वह जब अपनी सास के साथ रास्ते में जा रही थी, उसी दौरान एचआर बहुगुणा ने रास्ते में रोककर उसके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने के इरादे से उन पर दरांती से हमला कर दिया था। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसके अलावा दो दिन पहले ही उनकी बहू ने भी उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक मृतक के बेटे का कहना है कि भाभी की ओर से लगाए गए आरोप झूठे हैं, जिनका उनके पास सबूत भी है। बताया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद में बहू द्वारा लगाए गए आरोपों के चलते वह आहत थे।
लंबे समय से चल रहा था पारिवारिक विवाद
पुलिस के मुताबिक एचआर बहुगुणा के घर में काफी समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था। इसके चलते आए दिन कलह होता रहता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एचआर बहुगुणा से परिवार के ही एक सदस्य की ओर से तकरीबन 40 लाख रुपये की अवैध मांग किए जाने की बात भी सामने आ रही है।
मुकदमा दर्ज होने और सोशल मीडिया पर वायरल होने से हुए थे आहत
पुलिस के मुताबिक पारिवारिक कलह के बाद मुकदमा दर्ज होने और उसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने से एचआर बहुगुणा मानसिक तौर पर आहत हो गए थे। इसके बाद ही उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया।
घर पर पड़ा ताला, तैनात हुए सुरक्षा कर्मी
एचआर बहुगुणा की मौत के बाद सुरक्षा के लिहाज से पुलिस कर्मियों की ड्यूटी मृतक के घर पर लगाई गई है। हलांकि घटना के बाद से घर पर ताला पड़ गया था। बहुगुणा की पत्नी और बेटे अस्पताल में थे और उनकी बहू भी घर पर नहीं थी।
2005 में कांग्रेस फिर भाजपा में हो गए थे शामिल
एचआर बहुगुणा रोडवेज कर्मचारी रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के कार्यकाल में कांग्रेस में शामिल हुए थे। लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के दौरान ही वह दर्जा राज्यमंत्री रहे थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। बहुगुणा कर्मचारी संगठनों से भी जुड़े रहे। इंटक मजदूर संघ के लंबे समय तक प्रदेश स्तर के नेता भी रहे। रोडवेज में इंप्लाइज यूनियन, भारतीय मजदूर संघ, संयुक्त परिषद से भी वह जुड़े रहे। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संघ के प्रदेश सचिव और परिवहन संघ के पूर्व संगठन मंत्री भी रह चुके हैं।
पूरे मामले के हर पहलू पर जांच की जा रही है। परिजनों की बातचीत से जो भी बात सामने आई है उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। – पंकज भट्ट, एसएसपी, नैनीताल

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