जिले के सहसपुर प्रखंड क्षेत्र के रिखौली गांव को जाने वाली सड़क की हालत जर्जर होने से बाशिंदे परेशानी से जूझ रहे हैं। में जगह-जगह छोटे, बड़े और गहरे गड्ढे हो गए हैं। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत आती है। फिर भी सड़क का पुनर्निर्माण नहीं हुआ है। शिकायत के बाद भी संबंधित विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा, जिससे लोगों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक, सड़क में इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि वाहन चालकों को दुश्वारियाें का सामना करना पड़ता है। कई बार थोड़ा चूकने पर हादसे का भी शिकार हो जाते हैं। सड़क से पर्यटकों का दोपहिया वाहनों से ज्यादा आवाजाही होती है, जिससे जर्जर सड़क के चलते हादसों का शिकार भी होते रहते हैं। ढलान वाली सड़क होने से बारिश के मौसम में फिसलन भी हो जाती है। ग्रामीणों की यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है।
इसकी शिकायत कई बार जनप्रतिनिधियों और अफसरों से की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उधर, नाम न छापने की शर्त पर पीएमजीएसवाई के एक जूनियर इंजीनियर ने सड़क के पुनर्निर्माण के संबंध में कहा कि यह सड़क आखिरी बार 2014 में ही बनी थी। इसके बाद तीन-चार साल मेंटीनेंस में रही। अनुबंध का आकलन कर मुख्य अभियंता को भेज दिया है। जैसे ही विभाग से पैसा पास हो जाएगा सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
गांव में पांच सौ से अधिक लोग निवास करते हैं। सड़क खराब होने से वाहन चालक गांव के अंदर जाने से मना कर देते हैं। स्कूल जाने के लिए बच्चों को किमाड़ी मार्ग पर साधन के लिए जाना होता है। पहले पर्यटक गांव में घूमने आते थे। अब तो आना ही बंद कर दिया है। – संदीप सिंह, स्थानीय नागरिक
गांव की सड़क 2014 में बनाई गई थी। इसके बाद से इसका पुनर्निर्माण आज तक नहीं हुआ है। बरसात में हालत दो गुना खराब हो जाती है। दो पहिया सवार तो कितनी ही बार हादसों का शिकार हो चुके हैं। ठेकेदार आते हैं और तारकोल डालकर चले जाते हैं। लेकिन काम अधूरा रहता है और हम लोगों को आवागमन में समस्या होती है। – विजय पुंडीर, स्थानीय नागरिक
2014 से नहीं बनी रिखौली गांव की सड़क
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