मौलेखाल(अल्मोड़ा)। मरचूला के झड़गांव में महिला को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया। बीते बुधवार को घास लेने जंगल गई महिला का शव दूसरे दिन घर से महज 300 मीटर दूर मिला। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत है। वन विभाग ने बाघ के हमले में मौत की पुष्टि की है। वहीं घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ पौड़ी-रामनगर एनएच छह घंटे तक जाम कर दिया। उन्होंने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, एक करोड़ मुआवजा, बाघ को मारने के आदेश जारी करने की मांग की। किसी तरह प्रशासन ने ग्रामीणों से वार्ता कर ग्रामीणों को जाम से उठाया। सल्ट मरचूला के पास झड़गांव में जंगल गई कमला देवी पत्नी यशवंत बीते बुधवार को घर नहीं लौटी। प्रशासन, वन विभाग की टीम व ग्रामीण पूरी रात खोजबीन में जंगलों की खाक छानते रहे। दूसरे दिन बृहस्पतिवार को घर से 300 मीटर दूर एक खेत में महिला का शव मिला तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया। महिला के गले व चेहरे पर गहरे निशान मिले। पुलिस ने शव का पंचनामा भरा, मगर शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की बात सुनते ही ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में बाघ का आतंक बना हुआ है, जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई। लेकिन इस पर गंभीरता नहीं दिखाई गई, जिसकी कीमत महिला को जान गंवाकर चुकानी पड़ी है।
इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण सुबह 11 बजे शव के साथ पौढ़ी-रामनगर एनएच में बीच सड़क धरने पर बैठ गए। उन्होंने पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व जल्द बाघ को मारने के आदेश जारी करने की मांग की। सूचना मिलने पर विधायक महेश जीना, प्रभारी तहसीलदार जगदीश गिरी, कानूनगो भास्कर जोशी, थानाध्यक्ष अजेंद्र प्रसाद, रेंजर गंगासरन मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे नहीं माने और डीएफओ को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। एसडीएम गौरव पांडे ने ग्रामीणों को जल्द मुआवजा देने व बाघ को पकड़ने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों को सड़क से उठाकर जाम खुलवाया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी देवालय भेजा।
छह घंटे तक फंसे रहे सैकड़ों वाहन, हजारों लोग
सल्ट। पौढ़ी-रामनगर एनएच पर ग्रामीणों के जाम लगाने से यहां सैकड़ों वाहन व हजारों यात्री फंसे रहे। इस दौरान एक किमी से अधिक लंबा जाम लगा रहा। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही और यात्रियों को भूखे-प्यासे वाहनों में बैठकर घंटों जाम खुलने का इंतजार करना पड़ा। करीब छह घंटे बाद ग्रामीण सड़क से उठे और जाम खोला गया। इसके बाद भी स्थिति सामान्य होने में एक घंटे से अधिक का समय लगा।
रेंजर के साथ हाथापाई की नौबत
सल्ट। सड़क पर धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाने रेंजर विक्रम सिंह कैड़ा मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। कहा कि वे लंबे समय से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। इसी बीच आक्रोशित कुछ ग्रामीणों ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत किया।
विधायक को भी झेलना पड़ आक्रोश
सल्ट। महिला की मौत की सूचना मिलने पर विधायक महेश जीना मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा यदि वन विभाग व जनप्रतिनिधि समय रहते बाघ के आतंक से मुक्ति दिलाने की कार्यवाही शुरू करते तो यह घटना नहीं होती। अब महिला की मौत के बाद आश्वासनों की झड़ी लगाने से कोई लाभ नहीं होगा।
बाघ पकड़ने को लगाया पिंजरा, लगेंगे ट्रैप कैमरे
सल्ट। एसडीओ जौरासी रेंज जगमोहन रावत ने कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए झड़गांव में पिंजरा लगा दिया गया है। जल्द ही बाघ की सक्रियता का पता लगाने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे। कहा कि वन विभाग की टीम क्षेत्र में लगातार गश्त कर ग्रामीणों की सुरक्षा में जुटी रहेगी।
कोट-
बाघ के हमले में महिला की मौत हुई है। पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा दिया जाएगा। वन विभाग को पिंजरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की टीम क्षेत्र में लगातार गश्त करेगी। – गौरव पांडे, एसडीएम, सल्ट।
अल्मोड़ा: मरचूला के झड़गांव में महिला को बाघ ने उतारा मौत के घाट
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