किच्छा। नशा मुक्ति केंद्र में जवाहरनगर एक युवक की मौत पर परिजनों ने सीएचसी में हंगामा किया। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर पुलभट्टा थाने में तहरीर दी है। भावना सुयाल ने बताया कि उनके पति भुवन चंद्र सुयाल (35) को छह जुलाई की रात पुलभट्टा के पास एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। संचालकों के कहने पर 2000 रुपये और पति का सामान जमा करा दिया गया था। भावना के अनुसार बुधवार सुबह नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों ने सूचना दी कि उसके पति की हालत गंभीर है। ननदोई ने बात की तो बताया गया कि रात तीन बजे भुवन की तबीयत खराब हुई थी। उसे दवा दी गई है। भावना का आरोप है कि पति बीमार थे तो उसकी सूचना रात में नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जब मौत का कारण पूछा गया तो संचालकों ने अपशब्दों का प्रयोग किया। भावना ने आरोप लगाया कि संचालकों की लापरवाही से पति की मौत हुई है।
होटल में काम करता था भुवन
किच्छा। सीएचसी पहुचे लोगों ने बताया कि भुवन जवाहरनगर में किराए के मकान में रहता था। उसकी चार वर्ष की बेटी है। वह होटलों में कारीगरी का काम करके अपनी आजीविका चलाता था। नशे की लत के कारण परेशान होकर परिजनों ने छह जुलाई को उसे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती किया था।
बुधवार सुबह हुई थी तबियत खराब
किच्छा। नशा मुक्ति केंद्र में पैंतीस मरीज भर्ती हैं। केंद्र के डायरेक्टर के अनुसार यहां बुधवार सुबह भुवन की तबीयत खराब हुई थी। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे घोषित कर दिया।
नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत पर हंगामा
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