हल्द्वानी। बीए प्रथम वर्ष के छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। छुट्टी पर घर पहुंचे युवक में कोई हरकत न होती देख परिजन आनन-फानन एसटीएच लेकर पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। नथुवाखान के लोशज्ञानी निवासी दयासागर का बेटा नीरज (18) हल्द्वानी स्थित एमबीपीजी कॉलेज में बीए प्रथम सेमेस्टर का छात्र था। नीरज की बड़ी बहन ने बताया कि वह दो दिसंबर को हल्द्वानी से घर पहुंचा था। सोमवार को नीरज घर पर अकेला था। दिन के समय जब मां ममता देवी घर पहुंची तो नीरज बिस्तर पर लेटा था लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी। मां ने परिजनों को सूचना दी और आनन-फानन में परिवार वाले उसे लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे जहां नीरज को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में सुसाइड की बात निकलकर आ रही है। हालांकि बाकी स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगी। नीरज तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसकी बहन का कहना है नीरज बहन-भाई से अपनी बातें, परेशानियां साझा करता था लेकिन इस बार उसने उनसे कोई बात ऐसी नहीं बताई जिससे आत्महत्या की नौबत आ सके। नीरज की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।