Friday, November 22, 2024
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भाजपा विधायक का सनसनीखेज दावा, बढ़ सकती है कांग्रेस की परेशानी

दस मार्च को ईवीएम से नतीजे निकलेंगे लेकिन इससे पहले ही सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ का शोर शुरू हो गया है। राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से अपनी सरकार बनाने की कसरत में जुट गए हैं। इस बीच नेताओं के गर्मागर्म बयान आने शुरू हो गए हैं तो वहीं निर्दलीयों और छोटे दलों पर सबकी नजरें हैं।
बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट का दावा, भाजपा के संपर्क में कांग्रेस के कई प्रत्याशी
भाजपा के बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के कई जिताऊ प्रत्याशी पार्टी के संपर्क में हैं और जरूरत पड़ने पर इन सभी को भाजपा में लाया जाएगा। उनका यह दावा राजनीतिक रूप से बेहद बड़ा है। बड़ा इसलिए क्योंकि राज्य में कुछ ही दिनों बाद चुनावी परिणाम आने वाले हैं। ऐसे में अगर विधायक की बातों में जरा भी सच्चाई है तो कांग्रेस परेशानी में आ सकती है। दरअसल, महेंद्र भट्ट ने कहा है कि देश को कांग्रेस मुक्त बनाने की मुहिम भाजपा चला रही है। इस मुहिम में जो भी कांग्रेस के नेता जुड़ना चाहते हैं, उनको जोड़ा जा रहा है। यही नहीं सर्वे के आधार पर जो जीतने वाले प्रत्याशी हैं। उनसे भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि बहुमत में आने वाली भाजपा सरकार को और भी ताकतवर बनाया जा सके।
पूर्ण बहुमत न आने पर निर्दलीय और छोटे दलों पर नजर
दस मार्च को नतीजे आने के साथ ही साफ हो जाएगा कि किसी दल को उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत मिला है या नहीं। अगर पूर्ण बहुमत न मिला तो निर्दलीय और छोटे दलों के विधायक काफी अहम होंगे। राजनीतिक दलों ने अपने-अपने तरीके से इन सभी पर नजर गड़ा ली है। इस बीच यह चर्चाएं भी अहम हो गई हैं कि इस बार सीटें निकालने पर यूकेडी, बसपा या निर्दलीय किसका साथ देंगे। किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो ऐसी स्थिति में बहुजन समाज पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और आम आदमी पार्टी समेत निर्दलीयों की अहम भूमिका होगी। बहुजन समाज पार्टी के नेता और लक्सर प्रत्याशी शहजाद ने कहा कि बसपा किसको समर्थन देगी, यह बात बहन मायावती तय करेंगी। उन्होंने कहा कि वैसे तो अभी इस बात को कहना काफी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि वे बसपा के साथ रहेंगे और उन्होंने किसी पार्टी से न तो कोई संपर्क किया है और न ही वह बिकने वाले प्रत्याशी हैं। वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश का एकमात्र क्षेत्रीय दल है और माना जा रहा है कि यूकेडी के भी कुछ विधायक इस बार जीत सकते हैं। ऐसे में उत्तराखंड क्रांति दल किसको समर्थन देगा, यह भी काफी अहम सवाल है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले उत्तराखंड में यह क्षेत्रीय दल कांग्रेस को भी समर्थन दे चुका है और भाजपा को भी।

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