उत्तराखंड में कोविशील्ड वैक्सीन डोज का स्टॉक खत्म होने से बूस्टर डोज अभियान पर ब्रेक लग गया है। स्वास्थ्य विभाग भी शत-प्रतिशत लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए केंद्र सरकार से वैक्सीन मिलने का इंतजार कर रहा है। प्रदेश सरकार ने केंद्र से तीन लाख वैक्सीन मांगी है। कोरोना महामारी की चौथी लहर की आहट के बाद प्रदेश सरकार ने बूस्टर डोज लगाने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया है। राज्य में 25 प्रतिशत लोगों ने अब तक बूस्टर डोज लगवाई है। 65 लाख से अधिक लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तीसरी खुराक नहीं ली है। केंद्र सरकार ने पहले ही निर्देश दिए थे कि केंद्र की ओर से वैक्सीन नहीं दी जाएगी। इसके लिए राज्य अपने स्तर ही व्यवस्था करें, जिससे प्रदेश में 31 दिसंबर के बाद कोविड टीकाकरण को बंद करने की तैयारी थी, लेकिन वैश्विक स्तर पर चीन समेत कई देशों में कोरोना मामले बढ़ने के बाद सरकार ने बूस्टर डोज लगाने के लिए प्रदेश भर में 23 दिसंबर से कैंप लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
प्रदेश में 172 लोगों ने लगवाई वैक्सीन
रविवार को प्रदेशभर में सिर्फ 172 लोगों को वैक्सीन लगवाई गई। इसमें 147 लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई, जबकि 25 लोगों को पहली और दूसरी डोज लगाई गई। विभाग के पास कोवॉक्सिन वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन कोविशील्ड वैक्सीन की कमी है। इसके लिए केंद्र सरकार ने तीन लाख वैक्सीन मांगी गई है। सरकार और शासन स्तर पर केंद्र सरकार से लगातार संपर्क किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द राज्य को वैक्सीन उपलब्ध होगी। – डॉ. शैलजा भट्ट, स्वास्थ्य महानिदेशक
बूस्टर डोज अभियान पर लगा ब्रेक, कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक हुआ खत्म
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