Thursday, October 31, 2024
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चारधाम यात्रा : 23 तीर्थयात्रियों की मौत पर सीएमओ से मांगी रिपोर्ट, विभाग ने बताया- हार्ट अटैक, हाइपर टेंशन मौत के कारण

चारधाम यात्रा पर अब तक हुई 23 तीर्थयात्रियों की मौत पर स्वास्थ्य विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने बताया कि हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन व अन्य बीमारियों के कारण यात्रियों की मौत हुई है।
बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलेजा भट्ट ने मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग से संबंधित जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में अब तक 23 यात्रियों की अचानक मौत हुई है। इनमें से किसी भी यात्री की मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई है।
मौत से पहले किसी भी यात्री को गंभीर हालात में चिकित्सालय पर उपचार के लिए नहीं लाया गया। सभी मृत्यु के संभावित कारणों में आकस्मिक हृदयघात, हाइपरटेंशन, अन्य बीमारियों से ग्रसित होना पाया गया है। महानिदेशक ने सीएमओ को तीर्थयात्रियों की मौत पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक यमुनोत्री धाम में 10, केदारनाथ में आठ, गंगोत्री में तीन और बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर दो तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। मृतकों में 17 पुरुष और छह महिला यात्री हैं। पांच मृतकों की उम्र 45 वर्ष से कम है। जबकि 18 की उम्र 50 साल से ऊपर है।
महानिदेशक ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में आठ स्थायी चिकित्सालय और 14 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाए गए हैं। गंगोत्री मार्ग में 10 स्थायी चिकित्सालय व तीन अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट, बदरीनाथ मार्ग पर 19 स्थायी चिकित्सालय तथा दो अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट, यमुनोत्री मार्ग पर 11 स्थायी चिकित्सालय व चार अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा यमुनोत्री मार्ग पर आठ फर्स्ट मेडिकल रिस्पोंडर इकाईयां भी उपलब्ध हैं। यात्रियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 132 डॉक्टरों को विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग में आठ ब्लड बैंक व चार ब्लड स्टोरेज यूनिट भी संचालित हैं। यात्रियों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सूचना के लिए 104 हेल्प लाइन काम कर रही है। जबकि 108 आपातकालीन सेवा की 102 एंबुलेंस व एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी यात्रा के लिए संवेदनशील स्थानों पर तैनात की गई है। सचिव स्वास्थ्य राधिका झा की ओर से भी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा कर एसडीआरएफ को मेडिकल टीम के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए गए। जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों को त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।

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