देहरादून। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रेफॉर्म्स की पहल पर आठ नेमी रोड स्थित कार्यालय में गोष्ठी आयोजित की गई। पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित गोष्ठी में ग्लोबल वॉर्मिंग के स्थानीय प्रभाव, बुग्यालों पर हो रहे मानवीय अतिक्रमण, कटते वनों, हजारों गांव में पानी के स्रोत सूखने, वन प्रजातियों की विलुप्तता आदि विषयों पर नाराजगी व्यक्त की गई। वक्ताओं ने कहा कि सामाजिक संस्थाएं जहां पेड़ों को बचाने को लेकर चिंतित हैं। वहीं सरकार का इन मामलों पर उपेक्षित भाव रख रही है। बैठक मे सरकार के बजट में पर्यावरण की उपेक्षा पर भी रोष व्यक्त कर सरकार से संवाद करने का निर्णय लिया गया। बैठक में ब्रिगेडियर केजी बहल, एडीआर के प्रदेश समन्वयक मनोज ध्यानी, मैती आंदोलन के संस्थापक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी, हिमालय बचाओ आंदोलन के जगदीश बावला, देवभूमि भैरव सेना के अध्यक्ष संदीप खत्री, गवर्नमेंट पेंशनर संगठन के चौ. ओमवीर सिंह, सवतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी नारायन संगठन के मुकेश नारायण शर्मा, क्षत्रिय चेतना मंच के रवि सिंह नेगी आदि शामिल थे।
वनों के कटान और बुग्यालों में अतिक्रमण पर चिंता जताई
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