केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना के नाम में बदलाव और प्रस्तावित VB-G RAM-G विधेयक को लेकर कांग्रेस ने देशव्यापी विरोध तेज कर दिया है। कांग्रेस पार्टी अलग-अलग राज्यों में इस फैसले के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है। कर्नाटक में जहां शनिवार को एक बार फिर सत्ताधारी कांग्रेस सड़कों पर उतरी, वहीं रविवार को पूरे त्रिपुरा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जाने की घोषणा की गई है।
कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार 20 साल पुराने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाकर एक ऐतिहासिक कानून की मूल भावना को खत्म करने का प्रयास कर रही है। पार्टी का कहना है कि यह कदम न केवल महात्मा गांधी के योगदान का अपमान है, बल्कि इससे करोड़ों जॉब कार्ड धारकों के अधिकार भी कमजोर होंगे।
त्रिपुरा में राज्यव्यापी आंदोलन
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि पार्टी को योजना के नाम में ‘राम’ शब्द से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन महात्मा गांधी का नाम हटाया जाना पूरी तरह अस्वीकार्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने ऐतिहासिक कानून से राष्ट्रपिता का नाम हटाकर गरीब मजदूरों के अधिकारों पर चोट की है।
रॉय बर्मन ने बताया कि VB-G RAM-G बिल के तहत प्रत्येक जॉब कार्ड धारक को 125 दिन का रोजगार देने का प्रावधान किया गया है, लेकिन इसके लिए केंद्र और राज्यों के बीच फंडिंग का अनुपात 60:40 तय किया गया है। इससे राज्यों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कई राज्य पहले से ही वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में यह योजना राज्यों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस बिल के विरोध में पूरे त्रिपुरा में ब्लॉक स्तर पर रैलियां और धरना-प्रदर्शन करेगी।
कर्नाटक में जारी रहा विरोध
कर्नाटक में शनिवार को जी राम जी विधेयक और नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया। बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में हुए इस प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने किया। इस दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, मंत्री और विधायक मौजूद रहे।
डी. के. शिवकुमार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस “गांधी के भारत को गोडसे के भारत में बदलने नहीं देगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महात्मा गांधी का नाम योजनाओं से हटाने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने देश की आजादी और एकता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।
नेशनल हेराल्ड मामले पर केंद्र सरकार पर निशाना
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर डी. के. शिवकुमार ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डी. के. शिवकुमार, मंत्रियों और कांग्रेस विधायकों ने बेलगावी स्थित सुवर्ण विधान सौधा में गांधी प्रतिमा के सामने भी इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था, जब राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा था।
कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार मनरेगा के नाम और स्वरूप में किए गए बदलाव पर पुनर्विचार नहीं करती, तब तक उसका विरोध जारी रहेगा।