बागेश्वर/अल्मोड़ा। देश में फिर से कोरोना महामारी दस्तक देने लगी है। रोजाना सक्रिय केसों की संख्या बढ़ रही है, हालांकि जिले में अब तक कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर किसी प्रकार की सतर्कता नहीं दिख रही है। सार्वजनिक स्थानों पर न तो मास्क का प्रयोग हो रहा है और न ही सामाजिक दूरी के नियम का पालन किया जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग को सरकारी गाइडलाइन का इंतजार है। बागेश्वर जिले में कोरोना संक्रमण का पहला मामला मई 2020 में आया था। इसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ती गई और अप्रैल 2022 तक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8133 हो गई थी। जिले में 8077 लोगों ने कोरोना को मात दी जबकि 56 लोगों की जान चली गई थी। पिछले वर्ष अप्रैल के बाद कोरोना संक्रमण पर अंकुश लग गया था। महामारी का असर कम हुआ तो सतर्कता भी घटने लगी। लोगों ने मास्क पहनना छोड़ दिया, सैनिटाइजेशन, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन आदि बातें पीछे छूट गईं।
इधर अल्मोड़ा में संवाद न्यूज एजेंसी ने फिर से पांव पसार रहे कोरोना के प्रति सजगता को लेकर जिला और जिला महिला अस्पताल की पड़ताल की। जिला अस्पताल में 450 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे। वहीं महिला अस्पताल में 120 महिलाएं अल्ट्रासाउंड एवं अन्य इलाज के लिए अस्पताल पहुंचीं। डॉक्टरों के कक्ष के बाहर मरीज बगैर सामाजिक दूरी का पालन किए हुए लाइन में लगे हुए थे। अधिकतर मरीजों ने मास्क नहीं लगाया था जबकि डॉक्टर भी बगैर मास्क के मरीजों जा इलाज करते नजर आए।
बागेश्वर और अल्मोड़ा में नहीं है वैक्सीन की एक भी डोज
बागेश्वर/अल्मोड़ा। एक ओर जहां देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर टीकाकरण में कमी आ रही है। जिले में 60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने एहतियाती खुराक नहीं ली है। वर्तमान में वैक्सीन की एक भी डोज उपलब्ध नहीं है। नोडल अधिकारी टीकाकरण डॉ. प्रमोद जंगपांगी ने बताया कि कोविशील्ड का टीका प्रदेश भर में नहीं है। जिले में फिलहाल कोवैक्सीन भी नहीं है। 500 डोज कोरीवैक्स की मंगाई है। कोरीवैक्स का टीका 12 से 15 साल के बच्चों के अलावा एहतियाती डोज में भी लगाया जाता है। इसी तरह अल्मोड़ा जिले में भी वैक्सीन एक भी डोज नहीं है जबकि यहां अभी डेढ़ लाख से अधिक लोगों को बूस्टर डोज लगनी शेष है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग बगैर हथियार से कोरोना का सामना करने में जुटा है। कोरोना को लेकर सरकार से गाइडलाइन नहीं मिली है। अस्पतालों में मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग कराने को कहा गया है। लोगों से भी सार्वजनिक स्थानों पर कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है। – डॉ. डीपी जोशी, सीएमओ बागेश्वर।
बढ़ रहे सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीज और सैंपलिंग ठप
अल्मोड़ा। जिला अस्पताल में सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीज बड़ी संख्या में उपचार को पहुंच रहे हैं। हर तीसरा मरीज इन बीमारी से ग्रसित है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग से पूरी तरह परहेज किया है। संदिग्ध मरीजों की भी जांच नहीं हो रही है, जिससे खतरा बढ़ गया है। हालांकि अब तक जिले में कोरोना संक्रमण के मामले सामने नहीं आए हैं। कोविड गाइडलाइन का पालन करना सबकी जिम्मेदारी है। सख्ती से इसका पालन करने के निर्देश सभी अस्पतालों को दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग से कोरोना से निपटने के लिए तैयार है। – डॉ. आरसी पंत, सीएमओ, अल्मोड़ा।
दस्तक देने लगी कोरोना महामारी, फिर सावधानी बरतने की बारी
RELATED ARTICLES