काशीपुर। आईआईएम में आयोजित कार्यशाला में नए स्टार्टअप को प्रभावी बिजनेंस प्लान बनाना और उसका प्रदर्शन करना सिखाया गया। प्रोफेसर और विशेषज्ञों ने स्टार्टअप को अपना आइडिया और ज्यादा बेहतर करने के बारे में बताया। कार्यशाला में आसपास के जिलों के स्टार्टअप संचालक और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। आईआईएम काशीपुर में बुधवार को नेशनल स्टार्टअप डे के तहत वेंचरनामा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान स्टार्टअप संचालकों को बताया गया कि वे अपने बिजनेस आइडिया को कैसे और बेहतर करके बैंकरों के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि युवाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने स्टार्टअप के लिए धन जुटाने की है। कई बार नए उद्यमियों के पास बहुत अच्छे आइडिया होते हैं लेकिन वह उनको ठीक से प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं और उन्हें संस्थाओं से फंड पाने में परेशानी होती है। इसलिए आईआईएम होनहार स्टार्टअप को प्रशिक्षण देकर बेहतर बिजनेस आइडिया विकसित करना और उनको प्रस्तुत करना सिखा रहा है।
आईआईएम के प्रो. डॉ. कुणाल ने बताया कि वर्कशॉप में विद्यार्थियों को कई समूहों में बांटा गया है। हर समूह के साथ उन्होंने खुद संवाद किया। बताया कि विद्यार्थी और स्टार्टअप संचालक अपने बिजनेस प्लान को कैसे और ज्यादा बेहतर बना सकते हैं। सबसे बेहतर बिजनेस आइडिया प्रस्तुत करने वाले को आईआईएम पुरस्कृत करेगा। जीबी पंत विवि पंतनगर की असिस्टेंट प्रोफेसर स्नेहा दोहरे, एससी गुड़िया मैनेजमेंट कॉलेज के प्रो. पंकज रावत, पाल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट हल्द्वानी की गीतांजलि जोशी, कविता सुयाल, विकास अग्रवाल ने भी विद्यार्थियों से विचार-विमर्श किया।
गाय के गोबर से बने उत्पादों का किया प्रदर्शन
काशीपुर। कार्यशाला के दौरान स्थानीय उद्यमी नीरज चौधरी ने गाय के गोबर से बने उत्पाद दिखाकर प्रशिक्षुओं को बताया कि जिन वस्तुओं को हम बेकार समझते हैं उनसे भी उपयोगी वस्तुएं बनाईं जा सकतीं हैं। गाय के गोबर को खाद के साथ ही जैविक उत्पाद बनाने में भी उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां अवसरों की भरमार है, उन्हें तलाशने की जरूरत है।
नए स्टार्टअप को सिखाया प्रभावी बिजनेस प्लान बनाना
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