भीमताल/भवाली/गरमपानी/नैनीताल। अचानक मौसम के करवट बदलते ही तेज ओलावृष्टि से नैनीताल जिले के ओखलकांडा, धारी, भीमताल, रामगढ़, गरमपानी, बेतालघाट, ज्योलीकोट और भवाली क्षेत्र में फसलों और बागवानी को नुकसान पहुंचा है। किसानों के खेतों में लगी मटर, आलू, गेहूं, धनिया समेत आडू़, खुबानी, पूलम, नींबू और माल्टा के पेड़ों पर लगे फूल झड़कर नष्ट हो गए। नैनीताल में हल्की बारिश से मौसम में ठंडक बढ़ गई है। हल्द्वानी में दोपहर के समय बादल छाए रहे तो शाम के समय तेज हवाएं चलने से लोगों ने राहत महसूस की। नैनीताल का अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
किसानों ने कहा कि पूर्व में किसान बारिश नहीं होने से परेशान थे। मंगलवार शाम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों और फलों को नुकसान पहुंचा है। ओखलकांडा के किसान दीपक बर्गली और भीमताल के आनंदमणि भट्ट ने बताया कि फसलों को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है। उन्होंने उद्यान विभाग और कृषि विभाग से सर्वे कर किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। कांग्रेसी नेता मनोज शर्मा, प्रताप बर्गली, प्रकाश नैनवाल, सोबन सिंह, प्रमोद सिंह, ललित महतोलिया ने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ा है। मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. वीके यादव ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से जिन जगहों पर फसलों को नुकसान पहुंचा है वहां विभागीय टीम भेजकर सर्वे कराया जाएगा। मानकों के आधार पर नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।
नैनीताल में बारिश-ओलावृष्टि से ठंड बढ़ी
नैनीताल। नैनीताल और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और रुक-रक कर बारिश और ओलावृष्टि हुई। ओलों से बचने के लिए राहगीर और सैलानियों ने आसपास की दुकानों में सहारा लिया। मौसम खराब होते देख अधिकतर पर्यटक भी होटलों में ही दुबके रहे। शाम पौने सात बजे के करीब कुछ देर तक फिर ओलावृष्टि हुई। मौसम के बदले मिजाज ने ठंड में इजाफा कर दिया है। खबर लिखे जाने तक आसमान बादलों से घिरा हुआ था।
बारिश-ओलावृष्टि से वन विभाग ने ली चैन की सांस
नैनीताल। गर्मी के चलते नैनीताल व आसपास के जंगलों में आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। जंगल की आग बुझाने में वनकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग सड़कों किनारे कंट्रोल बर्निंग का काम भी किया था। मंगलवार देर शाम लगभग दो घंटे तक रुक-रुक हुई बारिश के साथ ओले गिरने से वन विभाग को काफी राहत मिली है। डीएफओ चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि बारिश के बाद जंगलों को आग से राहत मिलेगी।
भारी ओलावृष्टि से फसलों और फलों को नुकसान
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